करोड़ों रुपये के बोझ तले दबा नलकूप विभाग
रुड़की। नलकूप खंड पर करोड़ों रुपये का बोझ है। बढ़ते बोझ से विभाग जूझ रहा है। सरकारी नलकूपों की समय पर मरम्मत नहीं होने से किसान और विभाग को परेशानी झेलनी पड़ती है। एक नलकूप करीब पचास हेक्टेयर कृषि भूमि की सिंचाई करता है। वर्तमान में रुड़की और भगवानपुर के आठ नलकूप खराब है। रुड़की नलकूप खंड के रुड़की, भगवानपुर और नारसन में ढाई सौ से अधिक सरकारी नलकूप हैं। जिन पर हजारों हेक्टेयर कृषि भूमि की सिंचाई का जिम्मा है। नलकूपों में खराबी आने पर वह विभाग की कार्यशाला आते है। यहां एक नलकूप को ठीक होने में करीब एक सप्ताह का भी समय लग जाता है। अधिशासी अभियंता मनोज कुमार ने बताया कि विभाग के ऊपर करीब 60 ठेकेदारों का 4.50 करोड़ रुपये बकाया है। मेंटेनेंस व अन्य कार्यों के लिए पिछले साल जून-जुलाई में अस्सी लाख रुपये आया था। बजट के अभाव में कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कुछ नये कार्यों के लिए भी प्रस्ताव स्वीकृति के लिए भेजे गए है।