पितृपक्ष में किए गए श्राद्ध तर्पण से व्यक्ति के सभी मनोरथ होते हैं सिद्ध: गौरीशंकर दास
हरिद्वार
श्री बनखंडी साधुबेला पीठाधीश्वर आचार्य स्वामी गौरीशंकर दास ने कहा है कि श्राद्ध पक्ष व्यावहारिक रूप से किसी भी हिंदू परिवार का अपने मृत पूर्वजों और माता-पिता के प्रति अपनी भावनाओं और दिल से उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का पवित्र अनुष्ठान है। संसार में दैहिक, दैविक और भौतिक तीनों पापों से मुक्ति पाने के लिए श्राद्ध पक्ष से बढ़कर अन्य कोई उपाय नहीं है। यह बातें उन्होंने भूपतवाला स्थित साधुबेला आश्रम में उपस्थित श्रद्धालु भक्तों को श्राद्ध पक्ष का महत्व बताते हुए कही।आचार्य ने कहा कि पितृ पक्ष में अपने पितरों के निमित्त जो व्यक्ति सामर्थ्य अनुसार शास्त्र विधि से श्रद्धापूर्वक श्राद्ध करता है उसके सभी मनोरथ सिद्ध होते हैं। घर, परिवार, व्यवसाय में उन्नति प्राप्त होती है और जीवन सदैव खुशहाल रहता है। इसलिए प्रतिवर्ष पितृपक्ष में सभी को अपने पूर्वजों का श्राद्ध तर्पण अवश्य करना चाहिए।