पहले धरना, फिर माला पहना कर विधायक ने दिया भ्रमित होने का उदाहरण: शुक्ला
रुद्रपुर
पूर्व विधायक शुक्ला ने कहा कि किच्छा चीनी मिल रिकवरी, आमदनी एवं भुगतान का बेहतर प्रदर्शन करने वाली पुरानी मिलों में से एक है। बीते बीस सालों में भाजपा सरकार ने किच्छा चीनी मिल के आधुनिकीरण के 12 करोड रुपया दिया। विधायक ने दो दिन पूर्व सरकार और मिल प्रबंधन पर भृष्टाचार के बेबुनियाद आरोप लगाते धरना दिया। लेकिन दो दिन बाद ही उन्होंने चीनी मिल के अधिकारियों व कर्मचारियों को माला पहना कर स्वंय भ्रमित होने का उदाहरण दिया है। मंगलवार को शुक्ला ने अपने आवास पर प्रैस वार्ता कर विधायक तिलकराज बेहड़ पर पलटवार किया। उन्होंने आरोप लगाया कि विधायक ने वर्ष 2002 से वर्ष 2007 तक मंत्री रहते हुए चीनी मिल की मरम्मत के लिए एक रुपया नहीं दिया। जब चीनी मिल घाटे में चल रही थी। तब कांग्रेस सरकार लोन के रुप में कर्ज देती थी। जिसका ब्याज चुकाने के फेर में काशीपुर व गदरपुर आदि चीनी मिल घाटे में आकर बंद हो गयी। भाजपा सरकार ने पहली बार चीनी मिलों को किसानों को भुगतान करने के लिए तीन सौ करोड़ रुपये का अनुदान दिया। इस बार भी रिकार्ड कायम करते हुए चीनी मिल ने पेराई सत्र शुरू होने के पांच महीने पहले ही किसानों के गन्ना मूल्य का भुगतान कर दिया। शुक्ला ने आरोप लगाया कि विधायक तिलकराज बेहड़ के मंत्री रहते हुए भी चीनी मिल दिसंबर के महीने में चलती थी और पिछले पेराई सत्र के गन्ना मूल्य का भुगतान अगली पेराई सत्र शुरू होने के कई महीने बाद होता था। शुक्ला ने बेहड़ के आरोपो को खारिज करते हुए कहा विधायक के नहीं पहुंचने पर पेराई सत्र का शुभारंभ उन्होंने अकेले नहीं बल्कि चीनी मिल के अधिशासी निदेशक त्रिलोक सिंह मर्तोलियां व प्रगतिशील किसानों के साथ संयुक्त रुप से किया। कार्यक्रम में भाजपा व कांग्रेसी किसान नेता, क्षेत्र के गणमान्य व स्थानीय व चीनी में संबंध रखने वाले अन्य शहरों के प्रगतिशील किसान शुभारंभ कार्यक्रम में पहुंचे थे। विधायक पेराई सत्र के शुभारंभ का बहिष्कार कर चीनी मिल के कर्मचारियों के साथ किसानों का भी अपमान किया। शुक्ला ने आरोप लगाया कि विकास के क्षेत्र में विधायक उनके सामने बौने साबित हो रहे है। इसलिए विधायक झूठे आरोप व बयानबाजी कर रहे है। शुक्ला ने आरोप लगाया कि विधायक उन्हें बीस हजार वोटों से हराने की धमकी दे रहे है। लेकिन विधायक रुद्रपुर में पच्चीस हजार वोटों से हार कर रण छोड़ आये। अहंकार की भाषा भारतीय राजनीति में स्वीकार्य नहीं है। शुक्ला ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है। जिन काग्रेंसियों के घर से चार सौ करोड़ रुपये मिल रहे है। उन कांग्रेसियों को किसी पर आरोप लगाते हुए सोचना चाहिए। पत्रकार वार्ता में भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष मनमोहन सक्सेना, पूर्व सभासद संदीप अरोरा, राजीव त्यागी आदि मौजूद रहे।