महाशिवरात्रि से पूर्व हरिद्वार पहुंचने लगे कांवड़िए
हरिद्वार
महाशिवरात्रि से पहले ही कांवड़िए गंगाजल लेने आ रहे हैं। कांवड़ियों के लिए कांवड़ के बाजार भी सजने लगे हैं। धर्मनगरी में दो बार फाल्गुन और सावन के महीने में कांवड़ यात्रा चलती है। सावन के महीने में होने वाली कांवड़ यात्रा में लाखों की तादाद में कांवड़िए हरिद्वार पहुंचते हैं। लेकिन पिछले कुछ सालों में शारदीय कांवड़ यात्रा में भी कांवड़ियों के आने का चलन बढ़ा है। आठ मार्च को होने वाली महाशिवरात्रि से पूर्व ही दूसरे राज्यों से शिवभक्त हरकी पैड़ी गंगा घाट से गंगाजल भरकर जाने भी लगे हैं। मंगलवार को भी बहुत से कांवड़िए कांवड़ उठाकर अपने राज्यों का रुख करते दिखे। राजस्थान के डूंगरपुर से आए सोमेश और कमलेश ने बताया कि वह हरिद्वार से गंगाजल लेकर डूंगरपुर से करीब 24 किलोमीटर दूर देवगांव में सोमनाथ मंदिर में कांवड़ चढ़ाएंगे। महाशिवरात्रि से पहले भीमगोड़ा और आसपास कांवड़ का बाजार सजने लगा है।