पहले राज्यपाल अब सॉलिसिटर जनरल को हटाने के लिए TMC ने लिखा PM को पत्र

पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर सॉलसिटर जनरल तुषार मेहता को हटाने की मांग की गई। तृणमूल नेता डेरेक ओ ब्रायन और महुआ मोइत्रा ने पीएम को लिखे पत्र में आरोप लगाया कि तुषार मेहता ने पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता विपक्ष शुभेंदु अधिकारी से मुलाकात की है जो वित्तीय घोटाले में अभियुक्त हैं। तृणमूल कांग्रेस के आरोप और सॉलिसिटर जनरल को हटाए जाने की मांग को लेकर बंगाल बीजेपी प्रमुख दिलीप घोष ने जवाब देते हुए कहा कि जो भी तृणमूल कांग्रेस के सामने बाधा के रूप में आ रहा है उसे हटाने की बात हो रही है। घोष ने कहा कि राज्यपाल इनकी करतूत सामने ला रहे हैं इसलिए उनको हटाने की मांग हो रही है। तुषार मेहता को हटाने की भी मांग हो रही है। बंगाल बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि किस-किस को हटाएंगे ये लोग? ये सिर्फ प्रतिपक्ष को हटाने में लगे हैं।

टीएमसी नेताओं के लिखे पत्र के अनुसार शुभेंदु अधिकारी की गृह मंत्री अमित शाह के साथ मुलाकात के बाद हुई इस बैठक से संशय पैदा होता है। तृणमूल सांसदों ने दावा किया कि अधिकारी पर नारद और शारदा मामले से संबंधित धोखाधड़ी, रिश्वतखोरी और अवैध लाभ लेने के विभिन्न मामलों में आरोपी हैं। उन्होंने कहा कि शारदा चिटफंड घोटाले में जांच एजेंसी को सलाह देने के अलावा सॉलिसिटर जनरल नारद मामले में उच्चतम न्यायालय और उच्च न्यायालय में सीबीआई की ओर से पेश हो रहे हैं। पत्र में उन्होंने कहा कि अधिकारी और सॉलिसिटर जनरल के बीच बैठक न केवल अनुचित है, बल्कि हितों का सीधा टकराव है और देश के दूसरे सर्वोच्च कानून अधिकारी सॉलिसिटर जनरल के पद को भी कलंकित करता है। तृणमूल सांसदों ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि भारत के सॉलिसिटर जनरल के पद की तटस्थता और सत्यनिष्ठा बनाए रखने के लिए, मेहता को पद से हटाने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं। ममता बनर्जी ने राष्ट्रपति रामनाथ कोबिंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सीधे पत्र लिखकर जगदीप धनखड़ को राज्यपाल पद से हटाने की मांग की थी। ममता बनर्जी ने चुनाव के दौरान हिंसाग्रस्त रहे इलाकों में राज्यपाल के दौरे को नियमों और प्रोटोकॉल का उल्लंघन बताया था।

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