डिजिटल अरेस्ट के दो मामलों में लाखों की ठगी करने वाले गिरफ्तार

साइबर अपराध के बढ़ते मामलों पर सख्त रुख अपनाते हुए अल्मोड़ा पुलिस ने दो अलग-अलग मामलों में डिजिटल अरेस्ट कर बुजुर्गों से लाखों रुपये की ठगी करने वाले गिरोह के दो सदस्यों को गुजरात से गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। एसएसपी अल्मोड़ा देवेंद्र पींचा के निर्देशन में गठित पुलिस टीमों ने ये कार्रवाई की। पहला मामला कोतवाली अल्मोड़ा क्षेत्र से जुड़ा है, जहां दो बुजुर्ग भाई-बहन को साजिशन वीडियो कॉल के जरिये 16 दिनों तक डिजिटल अरेस्ट में रखा गया और डर का माहौल बनाकर उनसे 75 लाख 73 हजार रुपये की ठगी की गई। पीड़ितों पूर्ण चंद्र जोशी और उनकी बहन भगवती पांडे ने 15 अप्रैल 2025 को थाने में तहरीर दी थी। मामले में एफआईआर संख्या 33/2025 धारा 318/318(4)/308(5)/61(2) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया। जांच में सामने आया कि ठगों ने खुद को पुलिस अधिकारी बताकर पीड़ितों को बच्चों के अपहरण से जुड़ी गिरोह में नाम आने की बात कहकर मानसिक दबाव में रखा और उनके खातों से कुल आठ बार में लाखों की धनराशि अपने खातों में ट्रांसफर करवा ली। इस गंभीर मामले में अल्मोड़ा पुलिस की टीम ने सर्विलांस के जरिये कड़ी मेहनत के बाद 9 मई को गुजरात के मोरवी जिले से जुनेजा दिलावर को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार अभियुक्त की पहचान जुनेजा दिलावर पुत्र मोहम्मद भाई, निवासी महेन्द्र पारा, मोरवी, राजकोट, गुजरात के रूप में हुई है। पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है।
इसी प्रकार दूसरा मामला लमगड़ा थाना क्षेत्र का है, जहां बर्गला निवासी जीवन सिंह मेहता को 13 से 17 जनवरी 2025 तक डिजिटल अरेस्ट में रखा गया और उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसाने की धमकी देते पीड़ित से तीन किस्तों में 7 लाख 20 हजार रुपये की राशि ठगों के बताए गए खातों में जमा करवाई गई। पीड़ित ने जब ठगों से संपर्क करने की कोशिश की और कोई जवाब नहीं मिला तो 21 फरवरी को थाने में तहरीर दी, जिस पर थाना लमगड़ा में एफआईआर संख्या 3/2025 धारा 318(4)/61(2) बीएनएस के तहत मामला दर्ज हुआ। इस मामले में पुलिस पहले ही दो आरोपियों को खरगौन, मध्य प्रदेश से गिरफ्तार कर चुकी थी। वहीं, गिरोह के मुख्य साजिशकर्ता मंडलिया निशित को 8 मई को जामनगर, गुजरात से गिरफ्तार किया गया। निशित ने ही अपने अन्य साथियों को ठगी में शामिल किया था और बैंक खातों की व्यवस्था कराई थी। गिरफ्तार अभियुक्त की पहचान मंडलिया निशित पुत्र जयेश भाई, निवासी न्यू आरम कॉलोनी, सरुसैक्शन रोड, जामनगर, गुजरात के रूप में की गई है। यहाँ पुलिस टीम में एसआई दिनेश परिहार, एसआई धरम सिंह, कांस्टेबल परवेज अली, हेमचन्द्र और साइबर सेल टीम शामिल रहे।

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