होमगार्ड अधिकारी पर धोखाधड़ी का आरोप, मुकदमा दर्ज

ददाहू।

हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में गृहरक्षा विभाग की चतुर्थ वाहिनी नाहन की एक कंपनी में तैनात एक अधिकारी पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ है। आरोप है कि अधिकारी ने आयु का गलत प्रमाण पत्र देकर इस पद पर पहुंचने का लाभ उठाया। साथ ही सरकारी दस्तावेज से छेड़छाड़ भी की। जिला होमगार्ड कमांडेंट की शिकायत पर रेणुका पुलिस ने आरोपी के विरुद्ध धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
बताया जा रहा है कि होमगार्ड अधिकारी के चरित्र व सेवा पुस्तिका के आधार पर जन्म तिथि 12 सितंबर 1964 है। जबकि, भर्ती की तिथि 24 नवंबर 1984 है। इसके आधार पर वर्ष 2022 में होमगार्ड अधिकारी के 58 वर्ष पूर्ण होने जा रहे हैं। जानकारी मिली है कि भर्ती के 33 वर्ष बाद 6 दिसंबर 2017 को उक्त अधिकारी ने कार्यालय से पत्राचार कर बताया कि उसकी जन्म तिथि संस्था के अभिलेख में 12 सितंबर 1964 गलत अंकित की गई है। जबकि उसकी असल जन्म तिथि मूल शिक्षा प्रमाण पत्र के आधार पर 26 सितंबर 1967 है।
इसके आधार पर अधिकारी ने जन्म तिथि को ठीक करने का आग्रह किया। विभागीय जांच के दौरान सामने आया कि यदि इस जन्म तिथि को सही माना जाता है तो अधिकारी 1984 में भर्ती होने के समय अवयस्क होने के कारण नियमानुसार संस्था में भर्ती नहीं हो सकता था। इस वजह से जन्म तिथि पर सवाल उठे हैं। आरोप है कि इस अधिकारी ने विभाग को अपनी आयु का गलत प्रमाण पत्र देकर नौकरी के साथ साथ पदोन्नति का लाभ भी प्राप्त किया।
1984 में बतौर बतौर होमगार्ड कर्मी भर्ती होने के बाद अबतक वह पदोन्नति का लाभ भी लेता रहा। विभागीय छानबीन के बाद आरोपी की वास्तविक आयु का खुलासा हुआ, जिसमें वह दोषी पाया गया है। डीएसपी संगड़ाह शक्ति सिंह ने कमांडेंट होमगार्ड जिला सिरमौर की शिकायत पर आरोपी होमगार्ड अधिकारी के विरुद्ध मामला दर्ज होने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि इस बारे दस्तावेजों को खंगाला जा रहा है। साथ ही आरोपी के विरुद्ध धोखाधड़ी का मामला दर्ज करके कार्रवाई अमल मे लाई जा रही है।

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