डीआईजी ने मांगी विस्तृत रिपोर्ट – पुलिस करती त्वरित कार्यवाई तो जिंदा होता मासूम अभय
देहरादून
देहरादून के सहसपुर में पांच साल के मासूम बच्चे का अपहरण व हत्या मामले में पुलिस की लापरवाही सामने आ रही है. जिस पर डीआईजी गढ़वाल नीरू गर्ग ने जांच के आदेश जारी किये हैं. नीरू गर्ग का कहना है कि मामले में अगर पुलिस की कही भी कमी सामने आई तो सख्त कार्रवाई की जाएगी. बताया जा रहा है कि पूरे मामले में पुलिस समय रहते हुए कार्रवाई करती, तो शायद मासूम की जान बच सकती थी. जिसपर अब डीआइजी गढ़वाल नीरू गर्ग ने जिले से पूरी घटनाक्रम की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
पुलिस के अनुसार, शाम करीब साढ़े 5 बजे मासूम खेलते हुए गायब हुआ था. इसके एक घंटे बाद यानी कि करीब -करीब साढ़े 6 बजे पुलिस को सूचना दी गयी और एक घंटे बाद 7.35 पर अपहरणकर्ताओं ने 10 लाख रुपये फिरौती के लिए फोन भी कर दिया था. इसके बावजूद पुलिस ने उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट देरी से दी. डीआइजी गढ़वाल रेंज नीरू गर्ग ने बताया कि यदि साढ़े सात बजे फिरौती के लिए फोन आ गया था तो पुलिस को गंभीरता से लेना चाहिए था।
अपहरणकर्ताओं ने पुलिस पूछताछ में कहा कि उन्होंने रात में बच्चे का गला दबाकर उसकी हत्या की. ऐसे में पुलिस के पास काफी समय था. पुलिस यदि तुरंत एक्शन में आती तो आरोपितों को दबोचा जा सकता था. उन्होंने बताया कि घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. जिले से पूरी डिटेल रिपोर्ट मांगी गई है कि कितने बजे बच्चे का अपहरण हुआ था. कितने बजे फिरौती के लिए फोन आया और कब आरोपितों ने बच्चे की हत्या की. इस मामले में यदि किसी की भी गलती सामने आती है तो उसे बख्शा नहीं जाएगा।
आपको बता दें कि बीते 9 मार्च को शंकरपुर निवासी किराना व्यापारी पप्पू गुप्ता का पांच साल का बेटा अभय शाम करीब साढ़े पांच बजे घर के बाहर से खेलता हुए गायब हो गया था. करीब दो घंटे बाद पप्पू गुप्ता के फोन पर बेटे के अपहरण और दस लाख रुपये की फिरौती के लिए कॉल आई. इसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पड़ताल शुरू की. बुधवार सुबह पुलिस ने आरोपित अनीस सल्मानी सहित दो को गिरफ्तार किया. पूछताछ में दोनों ने अपहरण के बाद बच्चे की हत्या कर शव को देवबंद में फेंकने की बात कबूल की है।