पीपीएफ से बुढ़ापे को बनाएं खुशनुमा

मोटे तौर पर मौजूदा दौर की सच्चाई यही है कि अब सभी प्राइवेट नौकरियों और अधिकतर सरकारी नौकरियों में पेंशन नहीं मिला करती… सो, हर नौकरीपेशा शख्स सोचता ही रह जाता है कि रिटायरमेंट के बाद परिवार की गुजर-बसर कैसे हो पाएगी, या जीवनयापन के लिए कोई सम्मानजनक रास्ता कैसे मिलेगा। आज हम ऐसी ही एक योजना के बारे में बताने जा रहे हैं, जो रिटायरमेंट के वक्त आपके हाथ में करोड़ों रुपये की जायज, कानूनी और टैक्स फ्री राशि का जुगाड़ कर सकती है। आज के युग में सबसे ज्यादा फायदा पहुंचाने वाली इस योजना के बारे में आपने पहले भी सुना जरूर होगा, लेकिन इसके माध्यम से कोई नौकरीपेशा भारतीय युवक या युवती, जो भारत में ही रहता है, रिटायरमेंट तक करोड़ों रुपये जमा कर सकता है, यह शायद आपने कभी नहीं सोचा होगा। इस योजना का नाम है- पीपीएफ या लोक भविष्य निधि या पब्लिक प्रॉविडेंट फंड।
यह सरकारी स्मॉल सेविंग्स स्कीम, यानी छोटी बचत योजना वास्तव में न सिर्फ आपको रिटायरमेंट के वक्त सवा दो करोड़ से ज्यादा की टैक्सफ्री रकम दे सकती है, बल्कि इसी स्कीम की बदौलत आप कई दशक तक इनकम टैक्स, यानी आयकर में बचत करते भी रह सकते हैं। दिलचस्प तथ्य यह है कि अगर पति और पत्नी, दोनों पीपीएफ में निवेश कर लें, तो सेवानिवृत्ति के वक्त मिलने वाली कुल रकम साढ़े चार करोड़ रुपये से भी ज्यादा हो सकती है। मजे की बात यह है कि उस समय तक इस भारीभरकम रकम के अलावा इसी योजना के माध्यम से पति-पत्नी मिलकर हर साल 93,600 रुपये (46,800 रुपये प्रत्येक) तक की टैक्स बचत भी कर चुके होंगे। याद रहे कि टैक्स बचत की यह रकम 46,800 रुपये उसी वक्त हो पाएगी, जब निवेशक आयकर की सबसे बड़ी स्लैब के हिसाब से 30 प्रतिशत इनकम टैक्स अदा कर रहा हो, और अगर पीपीएफ में निवेश करने वाला शख्स आयकर के किसी छोटे स्लैब के तहत टैक्स दिया करता है, तो टैक्स बचत की यह रकम भी उसी अनुपात में कम हो जाएगी। भारत सरकार की छोटी बचत योजनाओं में से एक पीपीएफ पिछले कुछ दशकों में सर्वाधिक लोकप्रिय रही बेहद प्रचलित सेविंग्स स्कीम है। इस योजना के अंतर्गत कोई भी हिन्दुस्तानी शख्स डाकघर, यानी पोस्ट ऑफिस अथवा किसी भी बैंक की शाखा में खाता खोल सकता है। पीपीएफ अकाउंट में प्रति वर्ष (यानी वित्तवर्ष-1 अप्रैल से 31 मार्च) कम से कम 500 रुपये तथा अधिकतम 1,50,000 रुपये तक जमा करवाए जा सकते हैं, और इस रकम का ब्याज हर वित्तवर्ष के आखिरी दिन खाते में जोड़ दिया जाता है। यदि निवेशक हर साल 1 अप्रैल को ही पूरे डेढ़ लाख रुपये जमा करवा दे, तो अगले साल मार्च के अंत में उसके खाते में अधिकतम ब्याज जमा कर दिया जाएगा। मौजूदा वक्त में सरकार पीपीएफ खाते पर 7.1 प्रतिशत की दर से ब्याज दे रही है।

 

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