मजदूर न मिलने से गन्ने की बुआई में देरी
रुडकी। क्षेत्रीय किसानों को खेती के लिए मजदूर नहीं मिल रहे हैं। कुछ मजदूर हैं, परंतु वे सामान्य से काफी ज्यादा मजदूरी मांग रहे हैं। इसका असर सीधे खेती और किसानी पर पड़ रहा है। छोटे किसान किसी तरह खुद लगकर काम चला रहे हैं, लेकिन लेबर पर आश्रित बड़े किसान मजदूर न मिलने से परेशान हैं।
साल भर में अप्रैल और मई के महीने में क्षेत्र के किसान सबसे ज्यादा व्यस्त रहते हैं। किसान महक सिंह, गोरख सिंह, राजकुमार के मुताबिक फिलहाल गेहूं की कटाई और थ्रेसिंग (गहाई) का अंतिम समय है। थ्रेसिंग के बाद किसान को खेत में पड़ा अपना भूसा उठवाकर सुरक्षित जगह पर रखवाना है। ग्रीष्मकालीन गन्ना बुआई चल रही है। महीपाल सिंह, नाजर सिंह, बलविंदर सिंह ने बताया कि देहात में फिलहाल मजदूर नहीं मिल रहे हैं। बताया कि अभी तक मजदूर की दिहाड़ी 400 रुपये रोजाना थी। अब कुछ मजदूर काम के लिए तैयार हैं पर वह 600 रुपये मजदूरी मांग रहे हैं।