5 लाख के काले हीरों के साथ पकड़े गए 5 तस्कर, इस मार्केट में करते थे मोलभाव

महासमुंद

बेशकीमती बहुमूल्य काला हीरा की तस्करी करते चार आरोपी गिरफ्तार किये गए है. आरोपीयों से विभिन्न आकार के कुल 3 बहुमूल्य काला हीरा और 3 बहुमूल्य हीरा रत्न कुल 6 हीरा बरामद किए गए हैं।
गरियाबंद जिले के देवभोग और दीगर राज्य ओडिशा के क्षेत्रों से बहुमूल्य रत्न हीरा लाकर ये चोर तस्करी कर रहे थे. महासमुन्द पुलिस की ये काला हीरा तस्करी पर बड़ी कार्यवाई की गई है. महासमुंद पुलिस को मुखबिर से लगातार सूचना मिल रही थी कि ओड़िशा क्षेत्र से होकर दो व्यक्ति बहुमूल्य अलेक्जेंडर काला हीरा और बहुमूल्य खनिज रत्न हीरा जैसे को लेकर मोटर साइकिल से बसना आने वाले है. सूचना पर पुलिस की टीम सोहन साहनी ज्वेलर्स बसना के पास पहुंची. जहाॅं 4 संदिग्ध व्यक्ति दिखे जिन्हें पूछताछ के लिए रोकने पर वे लोग पुलिस को देखकर भागने लगे. जिन्हे मौके पर घेराबंदी करके पकडा गया. जिनसे पूछताछ करने पर आरोपियों ने नाम पता बताया।
आरोपियों की पहचान
एक आरोपी ने अपना नाम दयानिधि दास, उम्र 70 वर्ष पता कपसाखुटा थाना बसना महासमुन्द बताया.
दूसरे आरोपी ने हितेश उर्फ भुनेश्वर भोई उम्र 47 साल पता कुटका थाना जगदलपुर जिला बरगड, ओडिशा बताया.
तीसरे आरोपी ने नाम शंकर मैहेर उम्र 37 साल बताई और पता सल्डीही थाना सरायपाली, महासमुन्द बताया.
चैथे आरोपी ने नाम अंजुमन ताण्डी उम्र 30 साल बताई, पता विरेन्द्र नगर, सांकरा, महासमुन्द का रहने वाला बताया।
आरोपियों से सख्ताई से पूछताछ करने पर एक आरोपी दयानिधि दास ने उसके पास रखे बैग की जानकारी दी. इस बैग में तीन बहुमूल्य अलेक्जेंडर काला हीरा और छोटे-बड़े टुकडे तीन बहुमूल्य खनिज रत्न हीरा जैसे बेशकीमती जिसकी कीमत करीबन 5 लाख आंकी गई है बरामद किया गया. आरोपी बरामद हुए बहुमूल्य खनिज रत्न हीरा के संबंध में कोई दस्तावेज नहीं दे पाए जिससे साफ अंदाजा लगाया गया कि ये तस्करी करके लेकर आये है।
एसडीओपी सरायपाली विकास पाटले ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली थी जिसके बाद चैकसी बढ़ाई गई. और आरोपियों को पकड़ा गया. आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल करते हुए बताया कि दीगर राज्य ओडिशा जगदलपुर क्षेत्रों से बहुमूल्य अलेक्जेंडर काला हीरा और बहुमूल्य रत्न हीरा को लाकर महासमुन्द जिले के बसना क्षेत्र में ग्राहक की तलाश में आए थे. हालांकि आरोपियों ने ये भी बताया कि वो इस तरह की तस्करी पहले भी कर चुके है और यहां आकर ग्राहक को तस्करी का माल बेच भी चुके है।
वहीं एसडीओपी विकास पाटले ने बताया कि इस प्रकार का हीरा गरियाबंद जिले के देवभोग क्षेत्र के पायलीखण्ड खदान और ओडिशा के कुछ क्षेत्रों से उत्खनन किया जाता है. जिसे चोरी कर लोगों द्वारा बेचा जाता हैै.जिसकी मुम्बई सूरत के मार्केट में बहुत डिमांड होती है. और इसे तराशने के बाद इसकी कीमत और भी कई गुना बढ़ जाती है. अब आरोपियों के विरुद्ध थाना बसना में धारा 102 के तहत कार्यवाई की गई हैै।

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