भविष्य के ऊर्जा स्रोतों में सबसे अहम सोलर एनर्जी का विकल्प
देहरादून। राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस पर उत्तराखंड अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण(उरेडा) व ओएनजीसी द्वारा संयुक्त रुप से ऊर्जा संरक्षण पर आयोजित निबंध, चित्रकला व क्विज प्रतियोगिताओं के पुरस्कार वितरण समारोह में विजेता स्कूली छात्रों को सम्मानित किया गया। विजेता प्रथम, द्वितीय व तृतीय छात्रों को विजेता राशि के चेक, प्रमाण पत्र व स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए। कार्यक्रम में 2024 का ऊर्जा संरक्षण सम्बंधी कलेंडर का विमोचन भी किया। ओएनजीसी के केडीएमपीआई के लघु ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग चैयरमैन डीपी गैरोला ने छात्रों को ऊर्जा का महत्व बताते हुए कहा कि भविष्य के ऊर्जा स्रोतों में सबसे अहम सोलर एनर्जी है। इसका इस्तेमाल बढ़ाना होगा। दुनिया में फॉसिल्स फ्यूल तेजी से खत्म हो रहा है। हमारा सिस्टम वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों की ओर तेजी से बढ़ रहा है। एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर ओएनजीसी एके गोयल ने कहा कि ई-व्हीकल का प्रयोग समय की मांग है। ओएनजीसी द्वारा एक तेल के कुएं की खुदाई में चार सौ करोड़ का खर्च आता है। जाहिर सी बात है कि इसका असर तेलों की कीमत पर भी पड़ता है। भारत 2070 तक नेट जीरो के लक्ष्य के अनुरुप काम कर रहा है। उरेडा के मुख्य परियोजना अधिकारी राजीव गुप्ता ने राज्य में उरेडा द्वारा चलाई जा रही अक्षय ऊर्जा योजनाओं की जानकारी दी। मुख्य वित्त अधिकारी शशि सिंह, सीजीएम सीटीएस ओएनजीसी करनैल चंद्र, जीएम ओएनजीसी जेएस अलारिया, मनोज कुमार, संदीप भट्ट ने भी विचार रखे। मौके पर ई-व्हीकल की प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया।