झमाझम बारिश के बीच महिलाओं का सचिवालय कूच

देहरादून

प्रदेश में पोषाहार राशन योजना का काम स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं से छिनने का आरोप लगाते हुए महिला कांग्रेस और समूहों से जुड़ी महिलाओं ने सचिवालय कूच कर प्रदर्शन किया। बुधवार दोपहर कांग्रेस भवन से शुरू हुई महिलाओं की रैली को पुलिस ने सचिवालय गेट से पहले बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया। जहां महिलाओं ने सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की। इस बीच झमाझम बारिश भी शुरू हो गई। भारी बारिश के बावजूद महिलाएं मोर्चे पर डटीं रहीं और अपने हक की आवाज बुलंद की। महिला कांग्रेस अध्यक्ष ज्योति रौतेला धक्कामुक्की के बीच बैरिकेडिंग पर चढ़ गईं और सरकार को ललकारा। अध्यक्ष रौतेला के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं एवं महिला स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने संयुक्त रूप से प्रदर्शन करते हुए सचिवालय कूच किया। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत बड़ी संख्या में महिलाएं प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय में एकत्र हुईं, जहां से उन्होंने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए सचिवालय कूच किया। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को संबोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी को सौंपा। इस अवसर पर महिला अध्यक्ष ज्योति रौतेला ने कहा कि एक तरफ सरकार महिलाओं को स्वावलंबी बनाने की बात करती है, वहीं दूसरी तरफ महिलाओं से काम छीना जा रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में संचालित लगभग 10 हजार महिला स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी करीब दो लाख महिलाएं वर्ष 2013 से आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों को पौष्टिक आहार वितरण का काम कर रही हैं, लेकिन अब यह काम केंद्रीय एजेंसी एनसीसीएफ को दिया जा रहा है, जो कतई तर्कसंगत प्रतीत नहीं होता है। उन्होंने कहा कि सरकार के इस निर्णय से स्पष्ट हो गया है कि भाजपा सरकार की महिलाओं को सशक्त एवं स्वावलंबी बनाने की बात महज एक दिखावा है। इस दौरान प्रदेश महिला उपाध्यक्ष नजमा खान, आशा मनोरमा डोबरियाल शर्मा, महानगर अध्यक्ष उर्मिला थापा, चन्द्रकला नेगी, पुष्पा पंवार, निधि नेगी, पूनम सिंह, जिलाध्यक्ष अंशुल त्यागी, अनुराधा तिवारी, अमृता कौशल, स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष रीता नेगी, सचिव कोमल, फरजाना, निर्मला, भूरी, नन्दा, पिंकी, मीतू, रीना आदि अनेक महिलाएं शामिल थीं।

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