Big Breaking: भविष्य में बदल जाएगा युद्ध का तरीका !

इजरायल और आतंकवादी संगठन हमास ने युद्धविराम को तोड़ते हुए एक दूसरे के ठिकानों को निशाना बनाया था। इसी बीच एक ऐसी जानकारी सामने आई है तो युद्ध के नक्शे को ही बदल देगी। आपको बता दें कि इजरायल ने सैन्य कार्यवाही के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का इस्तेमाल किया है। इजरायल सेना ने हमास में घुसे बिना ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल कर लक्ष्यों को भेद दिया। अंग्रेजी समाचार वेबासाइट में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक इजरायली सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पहली बार एआई तकनीकी का इस्तेमाल एक ऑपरेशन के लिए किया गया। इससे पहले हमास द्वारा दागी गई मिसाइलों को रोकने के लिए एआई तकनीक का इस्तेमाल किया गया था। उन्होंने बताया कि इस हमले के अनुभवों का इस्तेमाल सटीकता को सुधारने के लिए किया जाएगा।

आतंकवादी संगठन के खात्म के लिए इजरायल के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वाले ड्रोन स्वार्म का इस्तेमाल किया। यह ड्रोन खुद-ब-खुद अपने लक्ष्य को निर्धारित करता है और जरूरत होने पर मिसाइलें दागता है। इस ड्रोन की मदद से इजरायल हमास की योजनाओं को चकनाचूर कर सकता है।

हमास के ठिकानों से मिसाइल दागे जाने से पहले ही एआई तकनीक वाला ड्रोन उनको तबाह कर देगा। ऐसे में इजरायल को फायदा ही फायदा है। क्योंकि हमास की मिसाइलों को तबाह करने के लिए इजरायल को करोड़ों रुपए की मिसाइलें दागनी पड़ती हैं लेकिन एआई तकनीक वाला ड्रोन ऐसी नौबत ही नहीं पैदा होने देगा। इसके अलावा इजरायली सेना को अगर हमास के सैन्य ठिकानों पर जाकर हमला करना पड़ा तो ड्रोन उस स्थिति में भी मददगार साबित होंगे। ड्रोन के जरिए सेना के लिए रास्ता बनाया जा सकता है।

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