हांगकांग को अपनी मुट्ठी में करने की जुगत में ड्रैगन
बीजिंग……..
हांगकांग में नए सुरक्षा कानून को लागू करने के बाद चीन अब उसे पूरी तरह से अपनी मुठ्ठी में लेने की जुगत में लग गया है। हांगकांग में चीन विरोधी आंदोलन और उसके नेताओं को सबक सिखाने के बाद चीन वहां की व्यवस्था अपने हिसाब से कायम करना चाहता है। चीन ने अपनी कांग्रेस की बैठक में इस योजना का खुलासा किया है। चीन ने नेशनल पीपल्स कांग्रेस की बैठक में यह संकेत दिया है कि हांगकांग की चुनाव व्यवस्था में व्यापक बदलाव किए जाएंगे। चीन ने साफ किया है अब हांगकांग की बागडोर चीनी देशभक्त के हाथों में होगी। हालांकि, चीन के इस बयान पर अभी अमेरिका या ब्रिटेन की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन इसे लेकर एक बार फघ्रि अमेरिका और यूरोपीय देशों के बीच चीन का टकराव बढ़ सकता है। चीनी कांग्रेस की बैठक पर अमेरिका व अन्य यूरोपीय देशों की नजर टिकी है। उनकी दिलचस्पी यह जानने में है कि हांगकांग पर चीन की नई रणनीति क्या है।
किस चिंता में है 20 देशों को दो करोड़ खुराक मुहैया करवाने वाला विश्व स्वास्थ्य संगठन
जिनेवा । कोविड-19 से जूझ रहे दुनिया के कई देशों के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अपनी कोवैक्स योजना के तहत इसकी वैक्सीन की सप्लाई शुरू कर दी है। जहां इस योजना के तहत लाभ उठाने वाला पहला देश घाना था तो मोलदोवा इस योजना के तहत वैक्सीन पाने वाला पहला योरोपीय देश बना है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक अब तक 20 देशों में कोरोना वायरस वैक्सीन की दो करोड़ खुराकें भेजी जा चुकी हैं। योजना के तहत 8-15 मार्च के बीच करीब 31 अन्य देशों में 1.44 करोड़ लाख खुराक भेजी जाएंगी। इसके साथ ही कोवैक्स योजना के तहत इस वैक्सीन को पाने वाले देशों की संख्या बढ़कर 51 हो जाएगी। वैश्विक महामारी कोविड़-19 के से गरीब देशों को मुक्त करने के लिए ये मिशन न सिर्फ काफी अहम है बल्कि काफी व्यापक भी है। इतने बड़े मिशन में करोड़ों खुराक के बाद भी डब्ल्यूएचओ को एक बात की चिंता सता रही है। हिफी