विज्ञान क्विज प्रतियोगिता में कीर्तीनगर ब्लाक ने मारी बाजी

नई टिहरी।

जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) में जनपद स्तरीय विज्ञान क्विज प्रतियोगिता का शुभारंभ बतौर मुख्य अतिथि डीईओ बेसिक सुदर्शन सिंह बिष्ट ने किया। क्विज को प्रभावी बनाने के लिए उन्होंने सभी शिक्षकों से विज्ञान विषय के प्रयोगात्मक पक्ष पर जोर देने की अपील की।
विज्ञान क्विज के जनपद स्तरीय प्रतियोगिता में समस्त विकासखण्डों के कक्षा 9 के 27 छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया। प्रथम चरण में यह प्रतियोगिता विकासखण्डों में सम्पन्न करायी गयी। जिसमें चयनित प्रथम तीन छात्रों ने जनपद स्तर पर प्रतिभाग किया। प्रतियोगिता को चार राउंड में सम्पन्न कराया गया। जिसमें विज्ञान विषय, सामान्य विज्ञान तथा वर्तमान परिदृश्य से सम्बन्धित प्रश्नों को रखा गया था। छात्रों ने वर्तमान कोविड-19 से सम्बन्धित प्रश्नों का बखूबी जबाब दिया। कोविड-19 के प्रति छात्र जागरूक दिखे। कोविड-19 के नये वैरिएंट ओमीक्रोन की छात्रों ने चर्चा की। कार्यक्रम समन्वयक डा वीर सिंह रावत ने बताया कि प्रतियोगिता में विकासखण्ड कीर्तिनगर ने प्रथम स्थान, चम्बा तथा भिलंगना ने संयुक्त रूप से द्वितीय स्थान एवं जाखणीधार तथा थौलधार ने संयुक्त रूप से तृतीय स्थान प्राप्त किया। कार्यक्रम का संचालन सुषमा महर ने किया। कार्यक्रम के समापन मुख्य अतिथि डीईओ बेसिक एसएस विष्ट ने प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विकासखण्डों के छात्रों को पुरस्कृत किया। प्रतिभागी विकासखण्डों को सांत्वना पुरस्कार दिया गया। प्रथम स्थान पर विकासखण्ड कीर्तिनगर टीम के सचिन पुण्डीर, संजना एवं निखिल राणा। द्वितीय स्थान पर विकासखण्ड भिलंगना के प्रियंका, सचिन घणाता, स्मृति और विकासखण्ड-चम्बा के आर्यन गुसांई, प्रिया लेखवार, अनुज बेलवाल। तृतीय स्थान पर विकासखण्ड जाखणीधार के सविता, ऋषभ नेगी, समीर बिष्ट एवं विकासखण्ड-थौलधार के शीतल, प्रिया, शीतल खण्डूडी रहे। जिन्हें पुरूस्कृत किया गया। इस अवसर पर देवेन्द्र सिंह भण्डारी, राजेन्द्र बड़ोनी, सरिता असवाल, बिनीता सुयाल, विनोद पेटवाल, नरेश कुमांई, भगवान सिंह कुट्टी, नीलम रावत, नीलम नेगी, संध्या नेगी, विनोद बड़ोनी, कलम सिंह गुसांई, कुलदीप कुमार बिष्ट, प्रमोद सिंह रावत, अरविन्द कुमार ध्यानी, विजय लक्ष्मी गैरोला, अमित अरोड़ा, मीना डोभाल, मुकेश शाह, शिवचरण, सम्पूर्णानन्द, शिव प्रसाद रतूड़ी, अरूण डंगवाल, लक्ष्मी रावत, दीपक रतूड़ी, मीनाक्षी त्यागी आदि डायट स्टाफ मौजूद रहा।
गोष्ठियों में वक्ताओं ने कहा कि कानूनी रूप से एचआईवी एड्स से पीड़ित व्यक्ति के साथ समाज में कोई भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए। एचआईवी एड्स पीड़ित व्यक्ति को अपनी बीमारी के बारे में जानने का विधिक अधिकार होता है। परन्तु ऐसी जानकारी को सार्वजनिक रूप से साझा नहीं किया जाना चाहिए। बीमारी की जानकारी बन्द लिफाफे में दी जानी चाहिए तथा समुचित इलाज किया जाना चाहिए। एचआईवी पीड़ित व्यक्ति के भी वही विधिक अधिकार होते हैं, जो कि सामान्य व्यक्ति के होते हैं। किसी भी प्रकार का भेदभाव एचआईवी एड्स से पीड़ित व्यक्ति के साथ नहीं किया जाना चाहिए। यह बीमारी केवल खून के संक्रमित होने पर एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलती है। इसके प्रति जागरूक किये जाने की आवश्यकता है।

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