कोरोना संक्रमितों का होगा जिनोम टेस्ट
अमृतसर ————
गुरु नगरी में कोरोना संक्रमण की दूसरी स्ट्रेन तो विकसित नहीं हुई, यह जानने के लिए सेहत विभाग संक्रमित पाए गए कुछ लोगों के जिनोम टेस्ट करवाएगा। यह सैंपल पुणे या दिल्ली भेजे जाएंगे। दरअसल, कोरोना की दूसरी स्ट्रेन के संभावित खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने यह कदम उठाया है। इससे पूर्व दिसंबर में लंदन के हीथ्रो हवाई अड्डे से श्री गुरु राम दास जी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचे यात्रियों में से कोरोना पाजिटिव आए आठ लोगों का जिनोम टेस्ट करवाया गया था। ये सभी आठ दूसरी स्ट्रेन का शिकार नहीं थे। कोरोना के बढ़ रहे मामलों के बीच नेशनल कम्युनिकेबल कंट्रोल डिजीज (एनसीसीडी) प्रोग्राम की एक टीम दिल्ली से अमृतसर पहुंची। टीम में शामिल डायरेक्टर एसके सिंह व डिप्टी डायरेक्टर नीरा कुमार ने श्री गुरु रामदास अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर कोरोना सैंपलिग का जायजा लिया। इसके बाद टीम सिविल सर्जन कार्यालय गई। जिले में कोरोना क्यों बढ़ा, इस विषय पर टीम के पास कई महत्वपूर्ण डाटा तैयार था। इसमें साफ था कि ग्रामीण क्षेत्रों में केस बढ़ रहे हैं। यहां लोग बुखार खांसी होने पर जांच नहीं करवाते। वहीं शिक्षण संस्थान खुलने से भी संक्रमण बढ़ा है। एक संक्रमित अध्यापक या छात्र स्कूल में ही कई के संपर्क में आ जाते हैं। इसके बाद बच्चे अपने अपने घरों को चले जाते हैं। फिर परिवार के सदस्य संक्रमित होते हैं। एक बड़ा कारण दिल्ली में किसानों का आवागमन रहा। दिल्ली में कोरोना के बेतहाशा केस हैं। संक्रमण वहां से भी यहां आया है। इसके लिए अधिक से अधिक सैंपलिग पर जोर दिया गया। हालांकि अमृतसर में सैंपलिग की रफ्तार तेज है। यह देखकर टीम ने सराहना भी की।