शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन विपक्ष ने लगाया चोर दरवाजे से चहतों को नियुक्तियों का आरोप, किया वाकआउट
धर्मशाला
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन भी विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। जैसे ही प्रश्नकाल शुरू हुआ वैसे ही विपक्ष ने स्थगन प्रस्ताव के तहत चर्चा मांगी। विपक्ष ने नियम 67 के तहत प्रदेश में चोर दरवाजों से चहतों को दी रही नियुक्तियों, आउट सोर्स व करुणामूलक भर्तियों पर नियम बनाने संबंधी विषयों पर अविलंब चर्चा मांगी। अध्यक्ष के अनुमति ना देने पर विपक्ष ने नारेबाजी शुरू कर दी और सदन से वाकआउट कर दिया।
वॉक आउट के बाद पत्रकारों से बातचीत में नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री विधानसभा के शीतकालीन सत्र में कोई रुचि नहीं ले रहे हैं वे सत्र को लेकर गंभीर नहीं है।उन्होंने कहा कि उन्होंने आज नियम 67 के तहत चोर दरवाजे से हो रही नियुक्तियों पर चर्चा मांगी थी जिसकी अनुमति अध्यक्ष ने नहीं दी।
इससे पहले सदन में विपक्ष के नियम C7 के तहत चाचा मांगने पर अध्यक्ष ने कहा अध्यक्ष ने नियमों के तहत अलग-अलग विषयों पर एक ही चर्चा की अनुमति देने से मना कर दिया और विपक्ष के स्थगन प्रस्ताव को खारिज कर दिया इस बीच संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज में कहा कि सिपाहियों की रिवाइज्ड पे बैंड को लेकर जयराम सरकार जल्द फैसला लेगी यह दिखा यह दिक्कत कांग्रेस सरकार में 2015 की नोटिफिकेशन के कारण उत्पन्न हुई ह
वही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ठाकुर रामलाल ने कहा कि सरकार चोर दरवाजे से नियुक्तियां कर रही है, जबकि मेरिट को अनदेखा किया जा रहा है। साथ ही रोस्टर की भी अवहेलना की जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस सरकार में आउटसोर्स पर देखे जा रहे कर्मचारी एक ही कंपनी के हैं और वह कंपनी भाजपा से संबंधित है यह कंपनी कर्मचारियों का शोषण कर रही है कर्मचारियों को मिलने वाले पैसे का एक तिहाई कंपनी रख रही है जबकि दो तिहाई पैसा ही काम करने बालों को को मिल रहा है बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार हो रहा है।