महिलाओं को स्वच्छ जल और पर्यावरण की जानकारी दी

 

रुड़की। जल शक्ति मंत्रालय जल संसाधन नदी विकास एवं गंगा संरक्षण विभाग के निर्देशानुसार राष्ट्रीय जलविज्ञान संस्थान रुड़की ने आजादी के अमृत महोत्सव के कार्यक्रमों की श्रृंखला में ग्रामीण महिलाओं के लिए स्वच्छ जल एवं पर्यावरण विषय की जानकारी दी। सरस्वती बाल विद्या मंदिर हाईस्कूल हकीमपुर तुर्रा में कार्याशाला आयोजित की गई। कार्यशाला का शुभारम्भ मुख्य अतिथि एसडीएम बृजेश कुमार तिवारी ने किया। मौके पर डॉ. अनिल कुमार लोहानी ने जल एवं पर्यावरण पर विषय पर व्याख्यान देते हुए बताया कि ग्रामीण महिलाओं को संरक्षण का महत्व, जल संरक्षण किए जाने के उपाय जल संरक्षण क्यों जरूरी है पर जानकारी दी। डॉ. एलएन ठकुराल ने बताया कि भारत में तीन नदियां गंगा, ब्रह्मपुत्र और सिंधु ऐसी हैं जिनमें वर्षभर पानी रहता है। पृथ्वी का तापमान बढ़ रहा है, जिसके कारण ग्लेशियर प्रभावित हो रहे हैं। वर्षा के प्रतिरूप बदल रहे हैं। पृथ्वी पर 70 पानी उपलब्ध है परन्तु वह समुद्री होने के कारण खारा है हम लोग तालाब, जोहड़ को पाट रहे हैं जो भविष्य के लिए खतरा ही नहीं बल्कि पानी के ऊपर एक विश्व युद्ध को भी आमंत्रित कर रहा है। डॉ. ठकुराल ने सरकार की ओर से चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रम जैसे बल शक्ति अभियान, जल जीवन मिशन एवं कैच द रैन कम्पैन के बारे में प्रतिभागियों को अवगत कराया। एनके भटनागर तथा बबीता शर्मा ने जल गुणवत्ता बनाए रखने के लिए उपाय एवं सजगता के बारे में ग्रामीण महिलाओं को सरल शब्दों में समझाया। कार्यशाला में सुनील, ओमप्रकाश, बबीता शर्मा, सुभाष किचल, रामकुमार, सचिन कुमार तथा स्कूल प्रबंधक पिताम्बर सिंह, प्रधानाचार्य प्रमोद सैनी, अरविन्द सैनी, अंकित चौहान, रविता एवं नेहा मौजूद रहे।

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