भाजपा विजय पथ बनाने में जुटी, रातोंरात डामरीकरण
खंडवा,
नगर निकाय के चुनावों की घोषणा के साथ ही खंडवा के राजनीतिक मौसम में भी तेज आंधी तूफान का दौर आरंभ हो गया। नौपता की भीषण तपिश के बीच शहर सरकार चुनाव की घोषणा हो गई। भारतीय जनता पार्टी की तरफ से मैदान संभाले हुए विधायक देवेन्द्र वर्मा एक सप्ताह से तेजी विकास कार्यों को अमलीजामा पहनाने में व्यस्त रहे तो कांग्रेस अभी भी आरोप-प्रत्यारोप कटाक्ष तक ही सीमित है। शहर के मुख्य मार्ग इंदौर रोड सहित बांबे बाजार, घंटाघर तक का डामीरण रातोंरात हो गया। विधायक देवंद्र वर्मा ने टीम के साथ विकास मार्ग का अवलोकन देर रात तक किया, वहीं बरसों से पुरानी बस्ती के नए नाम संत रविदास नगर और शिवराज नगर नामकरण भी हो गया। टीम भाजपा महापौर पद के लिए पिछड़ा वर्ग महिला आरक्षण के साथ प्रत्याशी चयन में जोर-शोर से जुट गई है। इधर कांग्रेस अभी भी गुटीय राजनीति से नहीं उबर पाई है। पूर्व मंत्री विजयलक्ष्मी साधौ ने खंडवा में गांधी भवन में आगमन के दौरान छींटाकशी और आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी रहा। हालांकि पूर्व मंत्री अरुण यादव ने समर्थक इंदू पंवार और ओंकार पटेल की पुन: ताजपोशी करा कर दबदबा साहित कर दिया किंतु इन नियुक्तियों के बाद अनेक कांग्रेसी को, जो जिलाध्यक्ष बनने की उम्मीद पाले बैठे थे, गहरी निराश हाथ लगी और गुटबाजी फिर हावी हो गई। कांग्रेस में महापौर पद के लिए सीमित प्रत्याशी हैं बावजूद अभी तक कोई पुख्ता नाम सर्वसम्मति से सामने नहीं आया है।