जूहा स्कूल प्रधानाध्यापकों को उप शिक्षाधिकारी पद पर दी जाए पदोन्नति

 

विकासनगर। जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ ने प्रदेश में रिक्त हुए उप शिक्षाधिकारी के पदों पर प्रधानाध्यापकों को पदोन्नति दिए जाने की मांग सरकार से की है। इस आशय का ज्ञापन गुरुवार को शिक्षकों ने मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री को प्रेषित किया। बताया कि सेवा नियमावली के अनुसार शिक्षकों को अपनी सेवाकाल में तीन पदोन्नति के अवसर नहीं मिल रहे हैं।

जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के प्रांतीय उपाध्यक्ष अनंत कुमार सोलंकी ने गुरुवार को बताया कि राज्य कर्मचारी सेवा नियमावली के तहत प्रत्येक कर्मचारी को अपने सेवाकाल में पदोन्नति के तीन अवसर दिए जाने चाहिए। लेकिन जूनियर हाई स्कूल में तैनात शिक्षकों को पूरे सेवाकाल में सिर्फ एक ही पदोन्नति का अवसर मिलता है, जबकि अधिकांश शिक्षकों एक अवसर भी नहीं मिल पाता है। कहा कि सीधी भर्ती से सहायक अध्यापक के तौर पर नियुक्त शिक्षक लंबी सेवा के बाद एक पदोन्नति पाकर प्रधानाध्यापक बनता है। उसके बाद पदोन्नति के अवसर नहीं मिलते हैं। कहा प्रधानाध्यापकों के सीमित पद होने के कारण अधिकांश शिक्षकों को तीस से पैंतीस साल की सेवा के बावजूद एक भी पदोन्नति का अवसर नहीं मिल रहा है। जिससे शिक्षक खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पुरानी व्यवस्था के तहत प्रधानाध्यापक की पदोन्नति एसडीआई के पद पर होती थी। लेकिन राज्य गठन के बाद विभागीय पुनर्गठन के दौरान एसडीआई के पद को समाप्त कर उन्हें उप शिक्षाधिकारी के पद पर पदोन्नति दी गई। उसी व्यवस्था के तहत वर्तमान में भी जूनियर हाईस्कूल के प्रधानाध्यापकों को उप शिक्षाधिकारी और हाईस्कूल के प्रधानाध्यापक पदों पर पदोन्नति की जानी चाहिए, जिससे सभी शिक्षकों को सेवा काल में तीन पदोन्नति के अवसर मिल सके। ज्ञापन प्रेषित करने वालों में प्रधानाध्यापक प्रताप सिंह, सुरेश नौटियाल, संतराम जिनाटा, सुदेश गुप्ता, विजयपाल, नरेश चौधरी, सुनदास आदि शामिल रहे।

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