आंदोलन कर रही महिलाओं ने प्रशासन पर लगाया उपेक्षा का आरोप
विकासनगर। टेक होम राशन वितरण का अधिकार दिए जाने की मांग को लेकर तहसील मुख्यालय में आंदोलन कर रही स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं की भूख हड़ताल तीसरे दिन गुरुवार को भी जारी रही। गुरुवार को भारत संवैधानिक अधिकार संरक्षण मंच ने भी महिलाओं के आंदोलन को समर्थन दिया। मंच के संयोजक महिलाओं के साथ धरने पर भी बैठे।
भूख हड़ताल पर बैठीं श्यामा चौहान, कमलेश, दीपा ने बताया कि बाल विकास विभाग ने अपने चहेते स्वयं सहायता समूहों को फायदा पहुंचाने के लिए अन्य समूहों से जुड़ी सैकड़ों महिलाओं को बेरोजगार कर दिया है। न्यायालय के रोक के बावजूद आंगनबाड़ियों की माता समितियों पर कुछ खास स्वयं सहायता समूहों से ही टीएचआर खरीदने का दबाव बनाया जा रहा है। कहा कि घर परिवार से दूर महिलाएं दिन रात तहसील मुख्यालय में धरने पर बैठी हुई हैं, लेकिन प्रशासन का कोई भी कारिंदा उनकी सुध लेने नहीं आ रहा है। एक ओर सरकार महिला सशक्तीकरण का दावा कर रही है, वहीं सरकारी विभाग ही महिलाओं से उनका रोजगार छीनने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मांग माने जाने के बाद ही भूख हड़ताल समाप्त की जाएगी। महिलाओं के आंदोलन को समर्थन देने पहुंचे भारत संवैधानिक अधिकार संरक्षण मंच के संयोजक दौलत कुंवर ने कहा कि भजपा सरकार की कथनी और करनी में अंतर है। भाजपा शासन काल में मातृ शक्ति को अपने अधिकारों के लिए भूख हड़ताल करनी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के आंदोलन को मांग माने जाने तक समर्थन जारी रहेगी। धरना स्थल पर पूजा देवी, निर्मला देवी, बबली देवी, रविता, रीना, संगीता, कला, बबीता, रेशम आदि मौजूद रहे।