अधीनस्थ कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर लापरवाह बने हुए हैं अधिकारी:  बिंजोला

विकासनगर। उत्तराखंड जल संस्थान कर्मचारी संघ के अनुरक्षण खंड शाखा देहरादून की बैठक में उपखंड देहरादून, सहसपुर, हरबर्टपुर, कालसी, चकराता के कर्मचारियों ने समस्याओं का समाधान नहीं होने पर नाराजगी जताई। साथ ही दस दिन में समस्याओं का समाधान नहीं होने पर धरना प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया। उत्तराखंड जल संस्थान कर्मचारी संघ के अनुरक्षण खंड शाखा देहरादून की बैठक बुधवार को जल संस्थान के उपखंड सहसपुर कार्यालय में संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता कर रहे उत्तराखंड जल संस्थान कर्मचारी संगठन संयुक्त मोर्चा के संयोजक राकेश बिंजोला ने कहा कि अधिकारी अपने अधीनस्थ कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर लापरवाह बने हुए हैं। समस्याओं का समाधान नहीं होने से कर्मचारियों के मनोबल पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। अधिकारियों से कई बार समस्याओं के निस्तारण की मांग की जा चुकी है, बावजूद इसके उनकी उपेक्षा की जा रही है। उन्होंने कहा कि जल संस्थान में ठेकेदारी प्रथा को बंद कर विभागीय व्यवस्था को लागू किया जाना चाहिए। इसके साथ ही जून 2021 से एक महीने में चालीस घंटे के अतिकाल भत्ते में कटौती नहीं की जानी चाहिए। अतिकाल भत्तों का भुगतान पंद्रह जुलाई तक किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि फील्ड कर्मचारियों का वाहन भत्ता भी समय पर नहीं मिल रहा है। वाहन भत्ते के तौर पर दिए जाने वाले 12 सौ रुपये का भुगतान वेतन भत्तों के साथ दिए जाने की व्यवस्था होनी चाहिए। वर्ष 2021-22 के मानदेय का भुगतान संविदा कर्मियों को जल्द किया जाए। इसके साथ ही उन्होंने पाइप लाइन हैड फिटर के पदों पर पदोन्नति के लिए डीपीसी किए जाने की मांग प्रदेश सरकार से की है। कहा कि सभी मांगों पर दस दिन में कार्यवाही नहीं होने पर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया जाएगा। इस दौरान बृजमोहन जुयाल, शिशुपाल रावत, ओमप्रकाश कन्नौजिया, विशंबर राठौर, लाल सिंह रौतेला, आशीष तिवारी, धन सिंह चौहान, रणवीर सिंह पंवार, राजीव कुमार, शिव प्रसाद शर्मा, दीपक, पंकज ममगाई, सुदर्शन बिष्ट, मदन सिंह बिष्ट, शक्ति प्रसाद यादव, किरन बाला, अंशुल, सुनील कुमार, चंद्रपाल, संदीप तोमर, मौ. अशरफ, गणेश बहादुर, राजेंद्र गोदियाल आदि मौजूद रहे।

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