चौपटिया के संदोहन देवी मंदिर में ज्योति स्थापित कलश स्थापना के साथ लगे मां के जयकारे
लखनऊ
वैदिक मंत्रोच्चारण से गुंजायमान वातावरण, कलश पर आम के पल्लव के ऊपर जलती मां की ज्योति और सप्तशती का पाठ। कुछ ऐसा ही माहौल शहर के घरों में नजर आया। सूर्योदय से लेकर दोपहर बाद तक कलश स्थापना के शुभ मुहूर्त होने के बावजूद श्रद्धालुओं ने सुबह 10 बजे तक कलश स्थापना कर पूजन शुरू कर दिया। मां के जयकारे के बीच परिवार के साथ सभी ने विधि विधान से मां के प्रथम स्वरूप शैलपुत्री का आह्वान किया। लकड़ी की चौकी पर कलश स्थापना के साथ ही मां की ज्योति जलाई गई। पुष्प और और मिष्ठान के साथ मां की पूजा-अर्चना की गई। लालरंग की चुनरी से जगमगाता मां का दरबार देखते ही बन रहा है। कोई मां की आरती गा रहा है तो कोई मां को भजनों का गुलदस्ता पेश कर रहा है। मां के आह्वान के साथ ही श्रद्धालुओं का उपवास भी शुरू हो गया हर दिन मां के स्वरूपों की पूजा की जाएगी। मां दुर्गा के मंदिरों में पुजारियों की ओर से मां की ज्योति की स्थापना की गई। संदोहन देवी मंदिर के अध्यक्ष केके मेहरोत्रा ने बताया कि सुबह ज्योति जलाकर पुजारियों ने मां का आह्वान किया। शास्त्रीनगर दुर्गा मंदिर के प्रबंधक राजेंद्र गोयल ने बताया कि ज्योति जलाकर कोरोना मुक्ति की कामना की गई। बड़ी व छोटी काली जी मंदिर, ठाकुरगंज के पूर्वी देवी मंदिर, संतोषी देवी मंदिर व शीतला देवी मंदिरों पर कोरोना संक्रमण की गाइड लाइन के अनुरूप दर्शन हुए।