वैज्ञानिक जानकारियों, तथ्यों को साझा करने पर प्रतिबंध प्रतिबंध दुर्भाग्यपूर्ण : उपपा
देहरादून। उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी (उपपा) ने जोशीमठ संकट के लिए पीछे सरकारों की अदूरदर्शिता को जिम्मेदार ठहराया है। उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पीसी तिवारी ने कहा कि सरकार लापरवाही को छिपाने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के माध्यम से वैज्ञानिक जानकारियों, तथ्यों को साझा करने पर प्रतिबंध लगा रही है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। उपपा अध्यक्ष ने बताया कि पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने जोशीमठ क्षेत्र के पीड़ित एवं संघर्षशील साथियों से मुलाकात की। क्षेत्र का दौरा कर वहां के हालातों को बहुत गंभीर बताया है। तिवारी ने कहा कि जिस भी पार्टी की सरकार राज्य और केंद्र में रही, उन्होंने वैज्ञानिकों और आंदोलनकारियों की चेतावनी को गंभीरता से नहीं लिया। उल्टा उन्हें विकास विरोधी और खलनायक के रूप में पेश किया। आज सच्चाई सबके सामने है। जोशीमठ का दौरा करने वाालों में पार्टी के केंद्रीय महासचिव नरेश नौड़ियाल, महासचिव विक्रम सिंह फर्स्वाण पौड़ी जिले के संयोजक सत्यवान सिंह राणा और केंद्रीय समिति के सदस्य जसवंत सिंह शामिल थे। प्रतिनिधिमंडल ने इस बर्बादी के पीछे परियोजना के क्रियाकलापों को जिम्मेदार बताया। उसकी जवाबदेही तय करने की मांग की है। पार्टी ने बचाव, पुनर्वास और विस्थापन की समस्याओं के निराकरण हेतु प्रभावित लोगों की आवाज उठा रहे जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति को भी कमेटियों में शामिल करने की मांग उठाई।