एसडीएम से लगाई मानदेय दिलाने की गुहार

विकासनगर। तहसील क्षेत्र में शिक्षा के नाम पर धोखाधड़ी करने वाली एक संस्था के खिलाफ युवाओं ने तहसील प्रशासन से कार्रवाई करने की मांग की है। तहसील मुख्यालय पहुंचे युवाओं ने बताया कि संस्था की ओर से 75 युवाओं को बतौर शिक्षक नियुक्त किया गया था। दावा किया था कि एक साल तक उन्होंने अपनी सेवाएं दी, लेकिन उन्हें मानदेय नहीं दिया गया। अब संस्था के पदाधिकारी भी क्षेत्र से गायब हो चुके हैं। युवाओं ने एसडीएम को बताया कि कुछ समय पहले एक संस्था ने पछुवादून क्षेत्र में गरीब नौनिहालों को पढ़ाने के लिए 75 शिक्षकों की तैनाती की। इन शिक्षकों को बस्तियों में जाकर बच्चों को पढ़ाने की जिम्मेदारी दी गई। इसके लिए बच्चों से भी एक हजार रुपये बतौर शुल्क लिए गए जिसे एक एक साल बाद वापस किया जाना था। लेकिन संस्था की ओर से बच्चों का शुल्क भी वापस नहीं किया गया। किसी भी शिक्षक को मानदेय भी नहीं दिया गया। मानदेय दिए जाने और बच्चों से लिया गया शुल्क वापस करने जब संस्था के प्रबंधन से बात की गई तो कुछ समय बाद प्रबंधन से जुड़े अधिकारी ही क्षेत्र से नदारद हो गए। अब शिक्षक अपने मानदेय के लिए और अभिभावक अपने बच्चों का शुल्क वापस लेने के लिए भटक रहे हैं। बताया कि दूरभाष पर संपर्क करने की भी कोशिश की जा रही है, लेकिन संस्था के किसी भी पदाधिकारी से संपर्क नहीं हो रहा है। शिकायकर्ताओं ने दावा किया कि संस्था के निदेशक सेलाकुई क्षेत्र में एक निजी शिक्षण संस्थान चलाते हैं। पांच माह पूर्व उन्हें इस संबंध में ज्ञापन भी दिया गया था। उसके बाद से उनसे कोई संपर्क नहीं हुआ। युवाओं ने एसडीएम से उनका मानदेय दिलाए जाने की गुहार लगाई। ज्ञापन सौंपने वालों में सुदेश कुमार, मीनाक्षी, सपना चौहान, सुजाता रावत, रोशनी चौहान, रीता, वर्षा, दिव्या पंवार आदि शामिल रहे।

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