स्पर्श कुष्ठ जागरूकता पखवाड़े की शुरुआत, कुष्ठ निवारण की शपथ दिलाई
विकासनगर। विश्व कुष्ठ रोग निवासरण दिवस पर सोमवार से स्पर्श कुष्ठ जागरूकता पखवाड़े की शुरुआत की गई। उप जिला चिकित्सालय में सभी चिकित्सकों और पैरा मेडिकल कर्मियों को कुष्ठ निवारण की शपथ दिलाई गई। इस बार कुष्ठ निवारण अभियान की थीम ‘कुष्ठ से लड़ें, कुष्ठ को इतिहास बनाएं रखी गई है। महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर 30 जनवरी को कुष्ठ रोग निवारण दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसी दिन से कुष्ठ जागरूकता पखवाड़े की शुरुआत की जाती है। उप जिला चिकित्सालय के सीएमएस डॉ. विजय सिंह ने कहा कि पखवाड़े के दौरान जनमानस को यह बताया जाए कि कुष्ठ रोग लाइलाज नहीं है। कुष्ठ रोग का पूरा उपचार संभव है। वहीं कुष्ठ रोग के इलाज में देरी से विकलांगता हो सकती है। कुष्ठ रोगियों को स्पर्श करने से कुष्ठ रोग नहीं होता है। बताया कि इस दिवस पर सभी सरकारी कार्यालयों और संस्थाओ में कुष्ठ रोग को लेकर जिलाधिकारी की घोषणा व शपथ को संबंधित विभागाध्यक्ष द्वारा पढ़ा जाएगा। पीएचसी स्तर पर ब्लॉक चिकित्साधिकारी और ग्राम स्तर पर प्रधानों को यह जिम्मेदारी दी गई है। आशा, एएनएम और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा प्रचार-प्रसार सामग्री वितरित कर जागरूक किया जाएगा। इसके साथ ही कुष्ठ रोग विभाग की टीम घर-घर जाकर लोगों में लक्षण नजर आने पर जांच करेगी। बताया कि दो तरह के मरीजों के होने की संभावना देखी जा सकती है। एक मल्टीबेसिलरी और दूसरा पोसिबेसिलरी। मल्टीबेसिलरी मरीज को 12 माह और पोसिबेसिलरी मरीज को छह माह तक दवा लेनी होती है। उन्होंने सभी स्वास्थ्य कर्मियों को अभियान को सफल बनाने के निर्देश दिए। इस दौरान डॉ. केएस चौहान, डॉ. नरेंद्र चौहान, डॉ. राजेंद्र शर्मा, डॉ. मंजू राणा, डॉ. अमित कटियार, शमशेर सिंह, डीपी सिंह आदि मौजूद रहे।