योगी रोज कर रहे 4-5 सभाएं, अखिलेश, मायावती का चुनाव प्रचार बेहाल
लखनऊ
यूपी में होने जा रहे निकाय चुनावों में योगी आदित्य नाथ की धुंआधार जन सभाएं हो रही हैं। अगले साल यानी 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से ठीक एक साल पहले हो रहे यूपी निकाय चुनावों को हर राजनीतिक दल अपनी ताकत के प्रदर्शन का मौका मान रहा है। राजनीति में रुचि रखने वालों की भी इस पर नजर है। ऐसे में सत्ताधारी बीजेपी और मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के सबसे बड़े प्रचारकों (सीएम योगी आदित्यनाथ, पूर्व सीएम अखिलेश यादव और पूर्व सीएम मायावती) में से कौन कितना एक्टिव है? इसकी भी चर्चा हो रही है। यहां पर अब स्थिति यह है जहां सीएम योगी आदित्यनाथ, दोनों डिप्टी सीएम, प्रदेश अध्यक्ष, मंत्री, सांसद, विधायक समेत बीजेपी के तमाम बड़े नेता लगातार जिले-जिले में धुआंधार चुनावी सभाएं कर रहे हैं वहीं सपा और बसपा का चुनाव प्रचार बेहाल दिखाई दे रहा है। अखिलेश अभी एक दिन में दो से तीन जिलों को ही कवर कर रहे हैं वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती ने अभी तक चुनावी जनसभाओं की शुरुआत नहीं की है। बसपा का पूरा चुनावी प्रबंधन फिलहाल प्रत्याशी के व्यक्तिगत नेटवर्क पर टिका दिख रहा है।
वैसे बीजेपी के बारे में हमेशा से यह कहा जाता है कि वो हर चुनाव बड़ी गंभीरता से लड़ती है। यूपी निकाय चुनाव को लेकर भगवा पार्टी कितनी सीरियस है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जहां एक तरफ पार्टी के तमाम बड़े नेता जमकर प्रचार में जुटे हैं वहीं हाईकमान ने सभी सांसदों-विधायकों को अपने-अपने क्षेत्र में बागियों को बिठाने, समझाने और पार्टी उम्मीदवार को जिताने का टारगेट भी दे रखा है। इसमें सांसद-विधायक की परफार्मेंश को आगे के लोकसभा चुनाव में दावेदारी के लिए अहम माना जा रहा है। इधर समाजवादी पार्टी में अभी तक इस तरह के किसी टारगेट की चर्चा नहीं है। 2017 में बीजेपी से अपनी सत्ता गंवाने के बाद यूपी में लगातार हार का सामना कर रही सपा और पिछले विधानसभा चुनाव में सिर्फ एक सीट पर सिमट गई बसपा के लिए यूपी निकाय चुनाव बेहद अहम माने जा रहे हैं।
यूपी में सीएम योगी आदित्यनाथ निकाय चुनाव के लिए लगातार धुआंधार प्रचार कर रहे हैं। वह रोज चार से पांच जिलों को कवर कर रहे हैं। पिछले दो-तीन दिन के कार्यक्रमों को ही यदि देखें तो 29 अप्रैल को वाराणसी, देवरिया, कुशीनगर, महाराजगंज और गोरखपुर में सीएम योगी ने जनसभाओं को सम्बोधित किया। 30 अप्रैल को वह कर्नाटक दौरे पर थे। एक मई को सीएम ने मुरादाबाद, प्रतापगढ़, जौनपुर, वाराणसी और गोरखपुर में जनसभाओं को सम्बोधित किया। आज यानी दो मई को भी प्रयागराज, झांसी और लखनऊ में सीएम योगी की धुआंधार जनसभाएं होनी हैं। वहीं समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने एक मई को लखनऊ में मेट्रो में सफर कर महापौर पद की सपा प्रत्याशी वंदना मिश्रा जी के लिए वोट की अपील की। इसके पहले 30 अप्रैल को वह गोरखपुर, संतकबीरनगर और देवरिया में थे। सपा प्रमुख ने सीएम योगी के गढ़ में बीजेपी को चुनौती देते हुए दावा किया कि वो निकाय चुनाव और उसके बाद अगले साल होने जा रहे लोकसभा चुनावों में हारेगी।