बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं पर कांग्रेस का धरना
हरिद्वार
महानगर कांग्रेस ने सरकारी अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं को पटरी पर लाने की मांग को लेकर जिला अस्पताल परिसर में धरना दिया। महानगर कांग्रेस के अध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी ने कहा कि हरिद्वार के तीनों सरकारी अस्पताल चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों की कमी झेल रहे हैं। लेकिन राज्य की भाजपा सरकार और स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पताल चिकित्सकों, स्वास्थ्य कर्मियों और संसाधनों की कमी के चलते रेफर सेंटर बन कर रह गए हैं। कांग्रेसियों ने जल्द चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों के रिक्त पदों को भरने की मांग की। कांग्रेस के पूर्व महासचिव वरुण बालियान ने कहा कि डेंगू के इलाज के नाम पर जिस तरह निजी अस्पताल जनता को लूट रहे हैं और जिले का स्वास्थ्य विभाग मौन है, इससे लगता है कि इसमें अफसरों की मिलीभगत है। उन्होंने कहा कि निजी लैब की जांच संदेहास्पद है। महानगर कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष अध्यक्ष अमन गर्ग ने कहा कि जिला महिला अस्पताल में चिकित्सकों की कमी के चलते रात के समय महिला मरीजों के उपचार में दिक्कत आ रही है। चिकित्सकों की कमी के चलते मेला अस्पताल में रात आठ बजे बाद इमरजेंसी सुविधा बंद कर दी गई। कांग्रेस के स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी संगठन के प्रदेश अध्यक्ष मुरली मनोहर ने कहा कि डेंगू की रोकथाम को लेकर जितनी जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग की है, उतनी नगर निगम की भी है। शहर में सफाई व्यवस्था ठीक न होना भी डेंगू फैलने का मुख्य कारण है। उन्होंने कहा यदि समय रहते स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम डेंगू से निपटने की तैयारी कर लेता तो आज जैसे भयावह स्थिति उत्पन्न नहीं होती। धरनास्थल पर सोम त्यागी, राकेश गुप्ता, पार्षद इसरार सलमानी, पार्षद प्रतिनिधि सद्दीक गौड़, पार्षद रियाज अंसारी, पार्षद शहाबुद्दीन अंसारी, पार्षद राजीव भार्गव, युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष कैश खुराना, महानगर अध्यक्ष तुषार कपिल, जिला उपाध्यक्ष लक्ष्य चौहान, नितिन तेश्वर, दिव्यांश अग्रवाल, समर्थ अग्रवाल,अंकित चौधरी, शुभम जोशी, अवधेश कुमार, अमित कुमार, रोहित कुमार, आशु भारद्वाज, सौरभ सैनी, बबलू, अज्जू आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।