एनएचएम कर्मियों की हड़ताल से चरमराई स्वास्थ्य सेवाएं
विकासनगर
नौ सूत्री मांगों को लेकर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) कर्मियों की मंगलवार से शुरु हड़ताल के चलते पछुवादून, जौनसार बावर की स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई हैं। अपनी मांगों के समर्थन में सभी एनएचएम कर्मी दो दिनों के होम आइसोलेशन में चले गए हैं। जिससे कोविड ड्यूटी के साथ ही अस्पतालों में ओपीडी सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं। उप जिला चिकित्सालय में पांच डॉक्टर्स समेत कुल बीस एनएचएम कर्मी तैनात हैं। जबकि पीएचसी रुद्रपुर और पीएचसी पश्चिमीवाला का संचालन एनएचएम के तहत तैनात चिकित्सक और फार्मासिस्ट के जरिए ही हो रहा है। ऐसे में मंगलवार को इन दोनों अस्पतालों में उपचार के लिए आए मरीजों को डॉक्टर नहीं मिले। जबकि उप जिला चिकित्सालय के प्रसूति विभाग में भी सुबह से ही अव्यवस्थाएं रहीं। यहां लेबर रूम के साथ ही जच्चा बच्चा वार्ड में पांच स्टाफ नर्स एनएचएम के माध्यम से तैनात हैं। हालांकि दोपहर तक अन्य कर्मचारियों की तैनाती प्रसूति विभाग में कर दी गई थी। इसके साथ ही कोविड कंट्रोल रूम, प्रशासनिक कार्यालय में भी व्यवस्थाएं पटरी से उतरी रहीं। हालांकि ओपीडी को सुचारु रखा गया था। वहीं जौनसार- बावर के करीब एक दर्जन सरकारी अस्पतालों में एनएचएम के माध्यम से तैनात आयुष चिकित्सकों के कार्य बहिष्कार के चलते इन अस्पतालों में मरीजों को उपचार नहीं मिला। पीएचसी कालसी में तैनात करीब एक दर्जन एनएचएम कर्मी भी हड़ताल पर रहे। इस दौरान गांवों में कोविड जांच भी प्रभावित हुई।
मरीजों की सुविधाओं से जुड़े सभी विभागों में अतिरिक्त कर्मचारियों की तैनाती कर व्यवस्थाएं सुचारु करने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन अस्पताल की प्रशासनिक व्यवस्थाएं एनएचएम कर्मियों की हड़ताल से प्रभावित हो गई हैं। -डा. केएस चौहान, सीएमएस, उप जिला चिकित्सालय विकासनगर