पशुपालक जागरूकता शिविर लगाया
विकासनगर। पशुपालन विभाग की ओर से राष्ट्रीय पशुधन विकास योजना के तहत सिमोग में शनिवार को पशुपालक जागरूकता शिविर लगाया गया। इसमें ग्रामीणों को आत्मनिर्भर बनने के लिए कृषि के साथ ही पशुपालन को सहायक व्यवसाय तौर पर अपनाने को प्रेरित किया गया। पशु चिकित्सकों ने ग्रामीणों को पशुपालन से संबंधित जानकारी मुहैया कराई। पशुधन चिकित्साधिकारी डा. वरुण अग्रवाल ने ग्रामीणों को पशुपालन की उन्नत तकनीक की जानकारी देते हुए कहा कि पशुपालन के लिए पशुओं से संबंधित रोग व उनके निदान की जानकारी होना जरूरी है। दुग्ध उत्पादन के लिए निरोगी उन्नत नस्ल का पशु होना चाहिए। उन्होंने पशुओं के उन्नत नस्लों की जानकारी मुहैया कराने के साथ ही पशुओं को दिए जाने वाले पौष्टिक आहार के बारे में भी बताया। बताया कि ई-गोपाला एप पर पशुपालन और पशुओं से संबंधित सभी जानकारी उपलब्ध है। पधुधन प्रसार अधिकारी कविता नेगी ने कहा कि प्रत्येक ग्रामीण का आत्मनिर्भर होना समाज के विकास के लिए जरूरी है। ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकांश महिलाएं शिक्षित नहीं होने के चलते सरकारी व अन्य नौकरी नहीं कर सकती हैं। ऐसी महिलाओं को पशुपालन के क्षेत्र में प्रशिक्षित कर कुटीर उद्योग सहित स्वरोजगार के अन्य साधनों के माध्यम से आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर करने का प्रयास किया जाना चाहिए। शिविर में गांव के 51 पशुपालकों को विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित किया गया। इस दौरान ग्राम प्रधान निशा शर्मा, विक्रम, अमित, निकेश, राजू, अंबरीश, जगदीश, लक्ष्मण, गोविंद, अतर सिंह, भजन राम, चतर सिंह, भगवान सिंह ओझा आदि मौजूद रहे।