केंद्रीय तिब्बती निजी संस्था को दिये जाने के विरोध में अभिभावकों व आप ने हंगामा काटा
विकासनगर
। केंद्रीय तिब्बती विद्यालय हरबर्टपुर को निजी संस्था को स्थानांतरित किए जाने के खिलाफ अभिभावकों और आम आदमी पार्टी का गुस्सा सड़कों पर फूट पड़ा। अभिभावकों और आप कार्यकर्ताओं ने विद्यालय के गेट पर जमकर हंगामा काटा। केंद्र और प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। अभिभावकों और आप कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी को ज्ञापन भेजकर तत्काल हस्तातंरण रोकने की मांग करते हुए व्यापक स्तर पर आंदोलन करने की चेतावनी दी। आम आदमी पार्टी कार्यकर्ता व अभिभावक शनिवार को केंद्रीय तिब्बती विद्यालय पहुंच गए। तभी स्कूल प्रशासन ने स्कूल के गेट बंद कर दिए। जिससे आक्रोशित आप कार्यकर्ताओं और अभिभावकों ने विद्यालय के गेट पर जमकर हंगामा काटा। गुस्साए लोगों की भीड़ ने केंद्र व प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने के बाद जिलाधिकारी को ज्ञापन भेजकर कहा कि यह पछुवादून का एकमात्र केंद्रीय विद्यालय है। जिसमें सहसपुर से लेकर विकासनगर व जौनसार बावर तक के छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा विद्यालय में छात्र-छात्राओं को मिलती है। ऐसे में विद्यालय का हस्तातंरण किया जाना क्षेत्र की जनता ही नहीं छात्र-छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। ज्ञापन में कहा कि वर्तमान में इस विद्यालय में 420 भारतीय छात्र और 50 तिब्बती छात्र पढ़ रहे हैं। निजीकरण के बाद शिक्षा की गुणवत्ता का ह्रास होना तय है। कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र में शिक्षा सबसे ज्यादा हितकारी होती है। सरकारी तंत्र द्वारा चलाई जाने वाली शिक्षा प्रणाली पर हमारा अटूट विश्वास है और उसका विकल्प कोई भी निजी संस्थान कभी भी नहीं हो सकती है। कहा कि हम यह चाहते हैं कि तिब्बती और भारतीय छात्र साथ में पढ़ें और इस विद्यालय के अंदर यथास्थिति बनी रहे। तथा विद्यालय में सेवारत भारतीय अध्यापकों का स्थानांतरण तब तक न किया जाए जब तक कि उनके स्थान पर भारतीय अध्यापक नियुक्त नहीं किए जाते हैं। कहा कि यह विद्यालय क्षेत्र की जनता के लिए सस्ती और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का एक मुख्य केंद्र है।