कपास की बिजाई से पहले खेत को करें अच्छे से तैयार: डा. टुटेजा
सिरसा……
केंद्रीय कपास अनुसंधान केंद्र में संयुक्त निदेशक कपास की ओर से एनएफएसएम स्कीम के तहत किसान प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में किसान को कपास फसल के बारे में जानकारी दी गई। शिविर में अनुसंधान केंद्र के निदेशक डा. ओपी टुटेजा ने बताया कि कपास बिजाई के लिए रेतीली व लूणी मिट्टी उपयुक्त है। इसके लिए पहले गहरी जुताई करें, फिर दो-तीन जुताई ओर करें। कपास की बिजाई 15 अप्रैल से जून के प्रथम सप्ताह तक की जा सकती है। पूरा मई महीना बिजाई के लिए सर्वोत्तम है। उन्होंने कहा कि कपास की समुचित पैदावार में पोषक तत्वों का बहुत योगदान है। सही समय पर सही तत्व, पर्याप्त मात्रा में पौधों को मिलना उनके विकास के लिए बहुत जरूरी है। प्रशिक्षण शिविर संयुक्त निदेशक कपास डा. आरपी सिहाग के निर्देश पर किया गया। इस अवसर पर वरिष्ठ लिपिक सुनील यादव भी मौजूद रहे।