वृद्धावस्था पेंशन का मनीआर्डर डकारने का आरोप
अल्मोड़ा
अल्मोड़ा जिल के भिकियासैंण तहसील के गैरगांव निवासी एक महिला की वृद्धावस्था पेंशन समाज कल्याण विभाग से जारी होने से बाद भी उसे नहीं मिली है। वृद्धा के बेटे ने यह आरोप लगाया है। हालांकि इस बीच वृद्धा का निधन हो गया है, लेकिन सूचना के अधिकार के तहत मांगी गई जानकारी के बाद यह मामला अब सामने आया है। गांव के भूपाल सिंह भंडारी ने बताया कि उनकी माता जानकी देवी पत्नी जयंत सिंह की वृद्धा अवस्था पेंशन 2008 में स्वीकृत हुई थी। स्थानीय शाखा डाकघर से 2009 में माता को केवल 1400 रुपये दिए गए। इसके बाद उन्हें कोई रुपया नहीं मिला। इधर, इस मामले में संदेह होने पर भतरौजखान निवासी आरटीआई कार्यकर्ता कैलास पंत ने विभाग से इसकी जानकारी ली। इस पर विभाग की ओर से बताया गया कि जानकी देवी के नाम से 2009 ही नहीं बल्कि 2010 से लेकर 2012 तक पूरी तथा 2013 में 1200 रुपये का भुगतान मनीआडर्र से भेजा गया है। इसके बाद से पेंशन सीबीएस खाते में दी जाने लगी थी। जानकी देवी की ओर से यह जानकारी उपलब्ध नहीं होने से भुगतान नहीं हुआ है। इधर, जानकी देवी का 2018 में निधन हो गया है। लेकिन उनके बेटे का कहना है कि यह मनीआर्डर माता को नहीं मिले हैं। इसकी जांच कराई जाय। भूपाल सिंह ने बताया कि शाखा डाकपाल का कहना है कि उन्होंने 2009 में जो रुपया आया था उसका भुगतान किया है, लेकिन विभाग से मनीआर्डर का भुगतान किसे हुआ है इसकी जांच की जानी चाहिए। इसके लिए डाक अधीक्षक अल्मोड़ा से जांच की मांग की गई है। इधर, इस मामले में डाक विभाग ने कहा कि उन्हें शिकायत मिलेगी तो इसकी जांच की जाएगी।