किच्छा में एम्स की तैयारी शुरू, अधिकारियों ने किया सीमांकन

 

रुद्रपुर। किच्छा के खुरपिया फार्म में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान एवं शोध संस्थान (एम्स) का सेटेलाइट सेंटर बनाने की कवायद शुरू हो गई है। बुधवार को दिल्ली एवं ऋषिकेश एम्स के अधिकारियों ने खुरपिया फार्म पहुंच कर एम्स की भूमि का सीमांकन किया।

किच्छा में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान एवं शोध संस्थान (एम्स) ऋषिकेश का सेटेलाइट सेंटर बनना प्रस्तावित है। पहले इसे प्रागफार्म की सरकारी भूमि में बनाए जाने की योजना थी, लेकिन तकनीकी कारणों से इसे खुरपिया फार्म की सरकारी भूमि में स्थानांतरित कर दिया गया। इसके बनाने के लिए फिलाहल सौ एकड़ भूमि प्रस्तावित की गई है। पिछले दिनों हल्द्वानी एक जनसभा को संबोधित करने पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किच्छा में स्थापित होने वाले एम्स का वर्चुअल शिलान्यास किया था। जिसके बाद किच्छा में एम्स का सेटेलाइट सेंटर का रास्ता साफ हो गया। बुधवार को दिल्ली एवं ऋषिकेश एम्स के अधिकारियों ने खुरपिया फार्म पहुंच कर सिडकुल एवं राजस्व विभाग की टीम की मौजूदगी में एम्स सेटेलाइट के लिए प्रस्तावित भूमि का चिह्नीकरण कर सीमांकन किया। एम्स के पीआरओ हरीश एम. थपलियाल ने बताया कि खुरपिया फार्म में सेटेलाइट सेंटर के लिए जमीन चिह्नीकरण का कार्य एवं सर्वे किया है। राजस्व विभाग से सड़क के चौड़ीकरण आदि अन्य विषय पर बात की गई है। इसके बाद आगे की कार्रवाई शुरू की जाएगी। सीमांकन के दौरान एम्स के अधिकारी बीएस रावत, अजय कुमार, नायाब तहसीलदार जगमोहन त्रिपाठी, विकास सिंह एवं अशोक कुमार आदि मौजूद रहे।

कुमांऊ समेत यूपी के सीमांत क्षेत्रों को मिलेगा लाभ

किच्छा में कुमाऊं का पहला एम्स सेटेलाइट सेंटर बनेगा। इसका कुमाऊं समेत यूपी के सीमांत इलाकों को लाभ मिलेगा। स्वास्थ्य के क्षेत्र में पिछड़े कुमाऊं को एम्स मिलने से लोगों को इसका लाभ मिलेगा। इससे पूर्व स्थानीय लोग अपना उपचार कराने के लिए दिल्ली अथवा ऋषिकेश एम्स जाया करते थे।

 

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