सिंचाई नहर क्षतिग्रस्त, सिंचाई का संकट

चमोली

विकासखंड के उत्तरों गांव में सैकड़ों नाली खेती को सिंचित करने वाली नहर लंबे समय से क्षतिग्रस्त पड़ी है। ऐसे में लोग खेतों में बीज भी नहीं डाल पा रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि लगातार ऑलवेदर का सडक़ निर्माण कर रही कंपनी के अधिकारियों और कर्मियों से वार्ता हो रही है। लेकिन अभी तक नहर की वैकल्पिक व्यवस्था नहीं हो पा रही है। उत्तरों वार्ड की क्षेत्र पंचायत सदस्य अंजना देवी ने कहा कि बदरीनाथ हाईवे से लगे उत्तरों गांव में किसान आज भी खेती करते हैं। यहां हाईवे के पास बने पुराने डाटपुल के गदेरे से नहर की शुरूवात है। लेकिन यहां ऑलवेदर सडक़ के तहत पुल का निर्माण किया जा रहा है। जिसके मलबे से नहर मुहाने पर करीब तीस मीटर क्षतिग्रस्त है। ग्रामीणों का कहना है कि हालांकि यहां ऑलवेदर का निर्माण कर रहे कंपनी के अधिकारियों ने वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर पाइप रखा गया है। लेकिन गदेरे पर सही तरीके से नहीं जोड़ा गया है। जिसके चलते नहर में पानी नहीं आ रहा है। और लोग बीज नहीं डाल पा रहे हैं। अब जबकि रोपाई का समय शुरू होता है लेकिन बीज नहीं पडऩे और पानी नहीं आने से कैसे रोपाई होगी यह सवाल बना है। अंजना देवी ने बताया कि मामले में विधायक को शिकायती पत्र भेजा गया है। दूसरी ओर विधायक सुरेंद्र सिंह नेगी ने कहा कि मामले का संज्ञान लेकर ऑलवेदर का निर्माण कर रही कंपनी, सिंचाई विभाग तथा एनएचआईडीसीएल के अधिकारियों को नहर को सही करने के निर्देश दिए गए हैं।

 

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