अब बाजार में भी मिलेगा फोर्टिफाइड चावल : चौबे
नयी दिल्ली ।
केंद्र सरकार राशन की दुकानों के अलावा खुले बाजारों में भी फोर्टिफाइड (पोषक तत्वों से भरपूर) चावल उपलब्ध कराने की योजना पर काम कर रही है। केंद्रीय उपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने गुरुग्राम में एक कार्यक्रम में यह जानकारी दी। श्री चौबे ने वहां खाद्य सुरक्षा संस्थान (आई.एफ.एस.) में स्थापित भारतीय खाद्य निगम की पहली अत्याधुनिक प्रयोगशाला का उद्घाटन किया। यह गुणवत्ता नियंत्रण प्रयोगशाला है और रासायनिक मापदंडों की जांच के लिए अनाज के नमूनों का परीक्षण करती है। इसको मैसूर के केंद्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी अनुसंधान संस्थान के मार्गदर्शन में स्थापित किया गया है।
खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग (डीएफपीडी) के तहत भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने खाद्यान्न के नमूनों के घरेलू परीक्षण के लिए अपनी पहली अत्याधुनिक प्रयोगशाला तैयार की है। इस अवसर पर श्री चौबे ने फोर्टिफिकेशन ऑफ राइस शीर्षक पर एक लघु फिल्म जारी की।
श्री चौबे ने जोर दिया कि बड़े पैमाने पर कुपोषण, बच्चों और महिलाओं में खून की कमी को देखते हुए केन्द्र चावल में पोषक तत्वों को फोर्टीफिकेशन के जरिए बढ़ाने की दिशा में काम कर रहा है। सार्वजनिक वितरण प्रणाली, मध्याह्न भोजन सहित विभिन्न सरकारी योजनाओं के तहत पोषक तत्वों से भरपूर चावल का वितरण किया जा रहा है और यह लक्ष्य 2024 तक पूरा हो जाएगा।
श्री चौबे ने कहा, केंद्र सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्यम के अलावा खुले बाजारों में भी फोर्टिफाइड (पोषक तत्वों से भरपूर) चावल उपलब्ध कराने के प्रयास कर रहा है।
श्री चौबे ने कहा कि पहले चरण के दौरान चरणबद्ध तरीके से 22 मार्च तक 35 लाख टन फोर्टीफाइड चावल आईसीडीएस और एमडीएम योजनाओं के माध्यम से वितरित करने का लक्ष्य है। दूसरे चरण में मार्च 2023 तक 175 लाख टन फोर्टिफाइड चावल और तीसरे चरण में मार्च 2024 तक 350 लाख टन फोर्टिफाइड चावल वितरित किया जाएगा।
उन्होंने कार्यक्रम के लिए एफसीआई के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक आतिश चंद्र को बधाई दी और टीम भावना दिखाने के लिए निगम के सभी कर्मचारियों और अधिकारियों को धन्यवाद दिया। संस्थान की निदेशक मोइत्रेयी मोहंती ने प्रयोगशाला की स्थापना के पीछे के प्रयासों को विस्तार से बताया।