राज्यसभा में आज भी जारी रहा हंगामा
नई दिल्ली।
संसद के शीतकालीन सत्र का आज तीसरा दिन है। राज्यसभा से विपक्षी दलों के निलंबित 12 सांसदों की बहाली को लेकर राज्यसभा मे आज भी हंगामा रहा और उन सांसदों का निलंबन वापस लेने की मांग होती रही। हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही को गुरुवार 12 बजे से स्थगित कर दिया गया है
इससे पहले राज्य सभा की कार्यवाही शुरू होने पर विपक्षी दलों ने किसान आंदोलन में बॉर्डर पर मरे किसानों को मुआवजा देने की मांग उठाई, जिसके जवाब में सरकार ने कहा कि ऐसी सरकार के पास कोई जानकारी नहीं है। जबकि किसान आंदोलन की अगुवाई करने वाले किसानों का आंदोलन के दौरान 700 लोगों के मारे जाने का दावा है। इस पर उच्च सदन में प्रतिपक्ष नेता मलिकार्जुन खडके ने सरकार पर तंज कसते हुए हुए कहा कि अगर सरकार के पास मृतक किसानों का आंकड़ा नहीं है तो सरकार ने कोरोना से मृत लोगों का आंकड़ा कहां से लिया। सरकार जनगणना के आधार पर गिनती करे और मृत किसानों को मुआवज़ा दें। वहीं राज्यसभा की निलंबित टीएमसी सांसद डोला सेन ने प्रदर्शन के दौरान कहा कि भाजपा जब विपक्ष में थी तो उन्होंने कई बार सदन की कार्यवाही को बाधित किया। लेकिन उनपर कोई कार्रवाई नहीं की गई। जनता सब देख रही है, जैसे जनता ने 2021 के बंगाल चुनाव में उन्हें गुड बाय किया है वैसे ही 2024 में देश की जनता उन्हें गुड बाय करेगी।
बांध सुरक्षा विधेयक
राज्यसभा में विपक्ष के हंगामे के बीच बुधवार को केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बांध सुरक्षा विधेयक आगे बढ़ाया। हालांकि, जब इस पर चर्चा नहीं हो पाई तो सदन की कार्यवाही को 3 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। इससे पहले एक सवाल के लिखित जवाब में गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने कहा है कि भारत में इस वक्त 4557 अफगान नागरिक वीजा की अवधि बढ़वाकर रह रहे हैं। 24 नवंबर तक 200 ई-इमरजेंसी एक्स-मिस्क वीजा भी जारी किे जा चुके हैं। वहीं राज्यसभा में केंद्र सरकार ने बताया है कि जम्मू कश्मीर में 2018 के बाद से घुसपैठ और आतंकी घटनाओं में लगातार कमी देखी गई है। गौरतलब है कि सरकार ने 2019 में अनुच्छेद 370 को रद्द करने के साथ ही राज्य को केंद्र शासित प्रदेश में बांटकर सुरक्षाबलों की संख्या काफी बढ़ा दी थी।