लालपानी में कूड़ा निस्तारण एवं प्रोसेसिंग प्लांट का निर्माण होना तय
ऋषिकेश। लालपानी में वनभूमि पर कूड़ा निस्तारण एवं प्रोसेसिंग प्लांट निर्माण के लिए स्थान का बदलना मुमकीन नजर नहीं आ रहा है। नगर निगम बोर्ड के पांच किलोमीटर दूर प्लांट निर्माण के प्रस्ताव पर माथापच्ची करने के बाद शासन इस पर फैसला ले चुका है। वन विभाग और राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क के अधिकारियों के साथ हुई एक बैठक के बाद लालपानी में ही निर्माण होना लगभग तय हो चुका है। बाकायदा, इसका आदेश जारी किया जा चुका है। सूत्रों की मानें तो निगम के प्रस्ताव के बाद शासन स्तर पर एक बैठक आयोजित हुई, जिसमें न सिर्फ वन विभाग के डीएफओ, बल्कि राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क के डायरेक्टर भी शामिल हुए। इस दौरान लालपानी में चयनित वन भूमि से अन्यत्र जमीन को लेकर बातचीत हुई, जिसमें कहीं भी प्लांट निर्माण के लिए कोई उपयुक्त जमीन नहीं मिली। लिहाजा, नगर निगम को यह आदेश जारी किया गया कि निगम के पास खुद के पास उपलब्ध जमीन है, तो उसकी जानकारी दे। ऐसा नहीं होने पर लालपानी में ही प्लांट के निर्माण की प्रक्रिया शुरू की जाए। दिलचस्प यह है कि प्लांट निर्माण से जुड़ा महकमा किसी और नहीं, बल्कि क्षेत्रीय विधायक और कैबिनेट में शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के पास है। सवाल है कि मंत्री अग्रवाल की जानकारी में विरोध का मामला होने के बावजूद आखिर कैसे आदेश जारी हो गया। जबकि, बैठक में विरोध करने वाले कई लोगों ने इस बाबत मंत्री प्रेमचंद के साथ शासन के अधिकारियों की मौजूदगी में बातचीत का जिक्र किया। दावा किया, उन्होंने प्लांट निर्माण उक्त स्थान पर नहीं किए जाने की हामी भरी थी।