बारिश और ओलावृष्टि से फसल बर्बाद
विकासनगर
सोमवार शाम पछुवादून क्षेत्र में आंधी तूफान के साथ झमाझम बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की फसलों को बर्बाद कर दिया। आम और लीची के साथ खीरा, करेला, तोरई, मक्का आदि की फसल ओलावृष्टि की भेंट चढ़ गई। जिससे किसानों के चेहरों पर चिंता की लकीरें खींच गई हैं। सोमवार शाम क्षेत्र में अचानक बदले मौसम ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया। पहले तेज आंधी तूफान ने आम और लीची की फसल को बर्बाद किया। उसके बाद करीब बीस मिनट की ओलावृष्टि ने खीरा, करेला, तोरई, मक्का, स्ट्रोबेरी आदि फसलों को चौपट कर दिया। कृषक गुलफाम, राम सिंह, आनंद सिंह, दीपक कुमार, सुनील शर्मा, प्रेम चंद शर्मा, महेन्द्र सिंह आदि ने बताया कि ओलावृष्टि ने तैयार हो चुकी खीरे, करेले, तोरई, स्ट्रोबेरी आदि की फसल को खासा नुकसान पहुंचाया है। किसानों ने बैंकों आदि से ऋण लेकर फसलें उगाई थी। लेकिन, ओलावृष्टि ने तैयार फसलों को बर्बाद कर उनके सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा कर दिया है। उन्होंने मौसम की इस मार पर प्रशासन और सरकार का ध्यान खींचते हुए मदद की गुहार लगाई है। उधर, संपर्क करने पर एसडीएम सौरभ असवाल ने बताया कि सम्बंधित लेखपालों से क्षति के आंकलन की रिपोर्ट मांगी गई है।
सहकारी समिति अध्यक्ष ने किया नुकसान का निरीक्षण
बहुउद्देशीय किसान सेवा सहकारी समिति लिमिटेड हरबर्टपुर के अध्यक्ष संदीप त्यागी ने ढालीपुर, ढकरानी, आदूवाला, जूड़ली, रामगढ़ आदि गांवों में ओलावृष्टि से हुए नुकसान का निरीक्षण किया। उन्होंने प्रदेश सरकार और प्रशासन से किसानों के नुकसान का आंकलन कर मुआवजा देने की मांग भी की। साथ ही, किसानों को उनके नुकसान का उचित मुआवजा दिलाने का भरोसा भी दिलाया। इस मौके पर संचालक लियाकत अली, राजेन्द्र सिंह, बाबूराम राठौर, रमेश सैनी, नरेन्द्र पाल, परमेश प्रसाद, सुनील पुंडीर, करमचंद, राम कुमार, श्यामलाल, राजेन्द्र सिंह, नसीम अली, सुरेन्द्र सिंह, मुकेश कुमार, मुनेश कुमार, रियासत अली, रमेश सिंह आदि मौजूद रहे।