किसान सेवा सहकारी समिति बोर्ड ने नियुक्ति मामले में लगाया गबन का आरोप
रुड़की। किसान सेवा सहकारी समिति में तीन वर्ष पूर्व प्रशासक काल में कर्मचारियों की नियुक्तियों का मामला तूल पकड़ने लगा है। समिति बोर्ड ने इसमें बड़े पैमाने पर गबन का आरोप लगाते हुए धन की रिकवरी किए जाने की मांग को उठाया है। नारसन की किसान सेवा सहकारी समिति में तीन वर्ष पूर्व प्रशासक ने समिति में पांच पदों पर कर्मचारियों की नियुक्ति की थी। इन नियुक्तियों के दो महीने बाद ही समिति के नए बोर्ड का गठन हो गया था। बोर्ड का आरोप था कि प्रशासक काल में नियमानुसार नियुक्तियां नहीं की जा सकती। इसके बाद समिति बोर्ड की बैठक में कर्मचारियों को अवैध बताते हुए तत्काल प्रभाव से हटाने का निर्णय ले लिया गया था। बोर्ड ने इस बारे में सहकारी समिति के निबंधक को भी जानकारी देकर मामले की जांच कराए जाने की मांग की थी। सहकारी समिति के उपसभापति विष्णु कुमार व संचालक अमन कुमार ने बताया कि जांच समिति की रिपोर्ट भी आ गई है। जिसमें गड़बड़ी मिली है। उन्होंने कहा कि समिति में बड़ी हेराफेरी की गई है। कर्मचारियों ने कोई काम नहीं किया इसके बावजूद उन्हें पच्चीस लाख से ज्यादा वेतन के रूप में ग्रामीण बचत केंद्र से दे दिए गए जो पूरी तरह से गबन के दायरे में आता है। उन्होंने मांग उठाई है कि समिति का पैसा रिकवर कराया जाए। साथ ही इसमें दोषी अधिकारी कर्मचारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई हो।